पंजाब विधानसभा चुनाव में वोटिंग से दो दिन पहले मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी का भइया वाला बयान कांग्रेस के लिए भारी पड़ता दिख रहा है। भले ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भइया वाले बयान के जरिए क्षेत्रवाद पॉलिटिक्स का दांव चला हो लेकिन अब यह दांव उलटा पड़ता दिख रहा है। वोटिंग से ठीक पहले चन्नी के इस बयान पर अब क्षेत्रवाद की पॉलिटिक्सि के साथ-साथ धर्म की पॉलिटिक्स भी केंद्र में आ गई है।
पंजाब के अबोहर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चन्नी के बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि “कांग्रेस हमेशा से एक क्षेत्र के लोगों को दूसरे से लड़ाती आई है ताकि उनकी गाड़ी चल जाए, कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया, जिस पर दिल्ली का परिवार उनके साथ खड़े होकर तालियां बजा रहे थे, बताइए और वो पूरे देश ने देखा अपने इन बयानों से ये लोग किसका अपमान कर रहे हैं. अपने इन बयानों से ये लोग किसका अपमान कर रहे हैं,यहां का कोई ऐसा गांव नहीं होगा, जहां हमारे उत्तर प्रदेश या बिहार के भाई बहन यहां पर मेहनत न करते हों”।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में संत रविदास और गुरु गोबिंद सिंह का जिक्र करते हुए कहा “क्या संत रविदास का जन्म पंजाब में हुआ था? उनका जन्म वाराणसी, उत्तर प्रदेश में हुआ था. आप कहते हैं कि उत्तर प्रदेश के 'भैया' को (पंजाब में) आने नहीं देंगे। तो क्या आप संत रविदास को भी ठुकरा देंगे? क्या आप उसका नाम मिटा देंगे? आप किस भाषा का उपयोग करते हैं?"
प्रधानमंत्री ने कहा "गुरु गोबिंद सिंह का जन्म कहाँ हुआ था? पटना साहिब, बिहार,आप कहते हैं कि बिहार के लोगों को नहीं आने देंगे.तो, क्या आप गुरु गोबिंद सिंह का भी अपमान करेंगे?"
वहीं बयान पर बवाल मचने के बाद चन्नी ने सफाई दी है कि पंजाब में यूपी-बिहार या दिल्ली के भइया को राज नहीं करने देंगे वाला उनका बयान सिर्फ आम आदमी पार्टी वालों के लिए कहा था। मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। यह देश एक गुलदस्ता है। कोई कहीं भी आ-जा सकता है।
वहीं चन्नी के विवादित बयान ने प्रियंका गांधी की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। 15 फरवरी को रुपनगर रैली में जब चन्नी ने यह बयान दिया तब प्रियंका उनके साथ ही खड़ीं थी और उन्होंने चन्नी के बयान पर ताली भी बजाई। अब इसे लेकर प्रियंका से सवाल पूछे जा रहे हैं कि यूपी की जनसभाओं में वो खुद को यहां की बेटी बताती हैं और वहां की महिलाओं, युवाओं की बेरोजगारी के मुद्दों पर तीखी बहस करती हैं, लेकिन उनके ये तेवर सिर्फ यूपी बॉर्डर तक रहते हैं। पंजाब पहुंचने के बाद यही यूपी वाले उनके लिए बाहरी कैसे हो जाते हैं
वहीं बयान पर बवाल मचने के बाद अब प्रियंका गांधी ने सफाई देते हुए कहा कि चन्नी के बयान का गलत अर्थ निकाला गया। प्रियंका ने सफाई देते हुए कहा कि चन्नी जी कह रहे थे कि पंजाब की सरकार पंजाबियों से चलनी चाहिए। उन्होंने जिस तरह से बोला उसे बस घुमाया गया है। मुझे नहीं लगता कि यूपी से यहां कोई आकर राज करना चाहता है और यूपी में भी नहीं चाहते कि कोई पंजाब से आकर वहां राज करे।