चंडीगढ़। पंजाब चुनाव से पहले कुमार विश्वास के एक वीडियो से राज्य का सियासी पारा गरमा गया। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि कुमार विश्वास के आरोपों की जांच करवाएं।
उन्होंने कहा कि पंजाब के सीएम के रूप में मैं प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि कुमार विश्वास के वीडियो के मामले में निष्पक्ष जांच का आदेश दें। राजनीति एक तरफ, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है। माननीय पीएम को हर पंजाबी की चिंता दूर करने की जरूरत है।
कुमार विश्वास ने खुलासा किया था कि अरविंद केजरीवाल का सपना किसी भी तरह से पंजाब की सत्ता पर काबिज होने का है। उन्होंने कहा था कि केजरीवाल खालिस्तान समर्थक हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बना तो आजाद देश का प्रधानमंत्री बनूंगा। इसके बाद से विरोधियों ने केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
चुनाव आयोग ने कुमार विश्वास का वीडियो चलाने पर रोक लगा दी है। कुमार विश्वास ने एएनआई को एक इंटरव्यू दिया था। इस वीडियो क्लिप को लाखों लोगों ने देखा और सोशल मीडिया के जरिए वायरल कर दिया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी बैकफुट पर आ गई थी और पार्टी ने कहा कि फर्जी वीडियो से अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
मोहाली में आप के पंजाब सहप्रभारी राघव चड्ढा ने गुरुवार सुबह कुमार विश्वास के उस वीडियो पर सवाल खड़े किए थे। राघव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि केजरीवाल ने यह बात 2017 में कही तो कुमार विश्वास 2018 तक पार्टी में क्यों रहे?