Gurmeet Ram Rahim Singh : हत्या और बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए गए और हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर जेल से बाहर आ गए हैं। यह 8वां मौका है, जब राम रहीम को जेल से बाहर आने की सुविधा मिली है। बाबा की 21 दिन की रिहाई को राजस्थान के चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि उसे मतदान से ठीक 5 दिन पहले छोड़ा गया है।
जानकारों की मानें तो राम रहीम को चुनाव से पहले छोड़ने की बड़ी वजह उसका राजस्थान के 6 जिलों में सीधा प्रभाव है जबकि कुछ अन्य क्षेत्रों में भी उसका असर है। राजस्थान के ही श्रीगंगानगर जिले में जन्मे बाबा के 6 जिलों में 10 आश्रम हैं तथा 3 शहरों में 5 शैक्षणिक संस्थान संचालित हो रहे हैं। राज्य के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू, झुंझनू, सीकर, अलवर, जयपुर और कोटा में प्रभाव बताया जाता है। बड़ी संख्या उसके अनुयायी हैं। इन जिलों में विधानसभा की 68 सीटें हैं।
राजस्थान में मतदान से ठीक पहले बाबा की रिहाई राजनीतिक गलियारों को कई सवालों को जन्म दे रही है। चूंकि हरियाणा में भाजपा की सरकार है, ऐसे में माना जा रहा है कि बाबा के अनुयायियों को संदेश देने के लिए बाबा को 21 दिन फरलो मिली है। हालांकि राम रहीम चुनाव पर कितना असर डाल पाएंगे, यह तो वक्त ही बताएगा।
राम रहीम के देशभर में 50 से ज्यादा आश्रम हैं और दुनियाभर में उसके 6 करोड़ से ज्यादा अनुयायी बताए जाते हैं। 5,000 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले बाबा का मुख्यालय भी हरियाणा के ही सिरसा में है। बाबा खुले तौर पर पार्टी विशेष को समर्थन देते हैं। कहा जाता है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बाबा ने भाजपा को समर्थन दिया था। हरियाणा और दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को समर्थन दे चुका है।
राम रहीम को कब कब मिली राहत?
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24 अक्टूबर 2020 : 1 दिन की पैरोल
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21 मई 2021 : 1 दिन की पैरोल
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7 फरवरी 2022 : 21 दिन की फरलो
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17 जून 2022 : 30 दिन की पैरोल
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14 अक्टूबर 2022 : 40 दिन की पैरोल
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21 जनवरी 2023 : 40 दिन पैरोल
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20 जुलाई 2023 : 30 दिन की पैरोल
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20 नवंबर 2023 : 21 दिन की फरलो