-कपिल भट्ट
राजधानी जयपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित एक मतदान केंद्र पर गुरुवार को उस समय विचित्र स्थित बन गई जब राजस्थान के राज्यपाल एसके सिंह को मतदान करने के लिए आधा घंटे इंतजार करना पड़ा।
राज्यपाल सिंह अपनी पत्नी के साथ सिविल लाइन्स क्षेत्र स्थित यश स्कूल में बने मतदान केंद्र पर मतदान शुरु होने से पाँच मिनट पहले सुबह सात बजकर 55 मिनट पर ही पहुँच गए थे। उनकी इच्छा इस मतदान केंद्र पर सबसे पहले मतदाता के रूप में अपना वोट डालने की थी।
लेकिन मतदान प्रक्रिया शुरू होने पर राज्यपाल ने जब मतदान करने के लिए ईवीएम का बटन दबाया तो बीप की आवाज ही नही आई। इस पर जाँच की गई तो पता चला कि मशीन लॉक हो गई है। मतदान केंद्र पर दूसरी ईवीएम नही होने की वजह से आनन-फानन में जिलाधीश कार्यालय से नई ईवीएम मँगवाई गई, तब जाकर राज्यपाल मतदान कर सके।
इस बीच करीब आधा घंटे का समय निकल गया। इस दौरान राज्यपाल और उनकी पत्नी को मतदान केंद्र में ही बैठकर इंतजार करना पड़ा। मतदान करके बाहर निकले राज्यपाल इस घटना से काफी आहत नजर आए।
उन्होने पत्रकारों से कहा कि मैं इस घटना से काफी व्यथित हूँ। गलती जिसकी है, उसको कड़े से कड़ा दंड दिया जाए। अगर वह मेरे सामने आएगा तो मैं दंड दूँगा। राज्यपाल की पत्नी का मानना था कि किसी कर्मचारी ने गलती से मशीन ऑन करने की जगह ऑफ का बटन दबा दिया, जो कि मतदान पूरा होने पर दबाया जाता है जिससे मशीन लॉक हो गई।
इस बार प्रदेश में मतदान के दोरान ईवीएम में खराबी के कारण अनेकों मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मतदान करने में भार परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ मतदान केंद्रों पर तो इस वजह से घंटों मतदान का काम रोक देना पड़ा। राज्यपाल एसके सिंह के अलावा असम के राज्यपाल शिवचरण माथुर ने भी जयपुर में अपना वोट डाला।
इसके अलावा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़ में वोट डाला। मुख्यमंत्री अपने पुत्र सांसद दुष्यंतसिंह और पुत्रवधु निहारिका सिंह के साथ मतदान करने पहुँची। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ग्रहनगर जोधपुर में वोट डाला।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र नाथद्वारा में मतदान किया, जबकि पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत ने जयपुर मतदान किया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर ने पाली जिले के बाली क्षेत्र में वोट डाला।