जयपुर। जयपुर जिले में भाजपा को जहां दस सीटों पर ग्यारह बागियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं सिविल लायन विधानसभा के नाराज भाजपा नेता अशोक लाहोटी को वसुंधरा राजे ने मना लिया है लेकिन टीम राजे के सामने झोटवाडा और फुलेरा से नामांकन भर चुके पूर्व विधायक नवरतन राजौरिया बड़ी चुनौती हैं। फुलेरा से ही राजौरिया के अलावा बिंदु कंवर और मोहन बाघला भी बागी हो चुके हैं। पार्टी की ओर से इनको मनाने का बीड़ा स्वयं राजे ने उठाया है
इसके साथ ही राजे को आमेर, जमवारामगढ़, कोटपूतली, विराटनगर, शाहपुरा तथा किशनपोल में बगावत का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच टीम राजे ने सभी नेताओं को सीधे शब्दों में कह दिया है कि जो भी पार्टी छोड़कर राजपा में गए हैं, उन बागियों से कोई सम्पर्क नहीं किया जाएगा, वहीं आमेर और किशनपोल में बागियों के राजपा में शामिल होने पर राजे ने सम्पर्क करने के लिए साफ मना कर दिया है जबकि टीम राजे बाकी सभी बागियों को मनाने में कोई कसर नहीं रख रही है।
वसुंधरा टीम की बात की जाए तो इसमे ओंकारसिंह लखावत, सुमन शर्मा, भूपेन्द्र सिंह यादव और वी. सतीश इस पूरी कवायद को अंजाम देने में लगे हुए हैं, वहीं वसुंधरा राजे कुछ ही बागी उम्मीदवारों से मिल रही हैं। बागियों को मनाने के लिए सभी प्रकार के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
पार्टी में चर्चाएं हो रही हैं कि कुछ बागियों को मनाने के लिए एमएलए से भी ऊंचे ओहदों की पेशकश की गई है तो कुछ को पार्टी व प्रदेशाध्यक्ष की खिलाफत करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही का डर दिखाया गया है। भाजपा का ध्यान जहां बागियों की ओर लगा है वहीं नरेन्द्र मोदी की आगामी सभाओं तक इन सभी बागियों को शांत कर भाजपा के स्टार प्रचारक मोदी की लहर को अपने पक्ष में करना चाहती है।
नरेन्द्र मोदी राजस्थान में चार दिवसीय कार्यक्रम में सबसे पहले अलवर से सभा की शुरुआत करेंगे, उसके बाद भरतपुर में डीग-कुम्हेर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगे इसके बाद सवाई माधोपुर और दोसा में चुनावी सभा करेंगे।