तारानगर में बगावत के तेवर तेज
चुरु , सोमवार, 18 नवंबर 2013 (16:19 IST)
चुरु। राजस्थान में आगामी 1 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में चुरु जिले के तारानगर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने के कारण राजस्थान प्रन्यास बोर्ड के सदस्य उमाशंकर शर्मा के बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में कूदने से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी डॉ. चन्द्रशेखर बैद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।तारानगर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जयनारायण पूनिया, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सुरेन्द्र राठौड़ सहित 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। शर्मा के चुनाव मैदान में कूदने एवं बसपा के प्रत्याशी के कारण इस बार कांग्रेस एवं भाजपा में सीधा मुकाबला होने के आसार कम नजर आ रहे हैं।गत चुनाव में डॉ. बैद को भाजपा के राजेन्द्र राठौड़ ने 17 हजार 611 वोटों से पराजित किया था। तारानगर के जातीय समीकरण में जहां दोनों प्रमुख पार्टियों में सीधी टक्कर मानी जाती है, वहीं बागी कांग्रेसी उमाशंकर शर्मा ब्राह्मण वोटों में सेंध लगा सकते हैं जिसका सीधा नुकसान डॉ. बैद को होंगा है। हालांकि डॉ. चन्द्रशेखर बैद के पिता चंदनमल बैद का तारानगर पुराना निर्वाचन क्षेत्र रहा है।वर्ष 1977 में तारानगर विधानसभा क्षेत्र गठित हुआ था तब कांग्रेस के चंदनमल बैद ने यहां से सरदार शहर क्षेत्र छोड़कर चुनाव लड़ा, पर जनता पार्टी के समीराम से हार गए। सन् 1980 में चंदनमल बैद निर्दलीय रामसिंह को पराजित कर चुनाव जीते।वर्ष 1985 में बैद वापस अपने पुराने क्षेत्र सरदार शहर आ गए, तब जनता पार्टी के जयनारायण पूनिया ने कांग्रेस के लूणाराम सारण को पराजित कर दिया। फिर कांग्रेस के चंदनमल बैद वापस इस क्षेत्र में आ गए और लगातार कांग्रेस के टिकट पर वर्ष 1990, 1993 और 1998 का चुनाव जीता।वर्ष 2003 में चंदनमल बैद ने अपनी राजनीतिक विरासत अपने पुत्र सीएस बैद को सौंपकर उन्हें कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ाया। डॉ. बैद ने तब इनेलो के जयनारायण पूनिया को 2154 वोटों से पराजित किया था। पिछला चुनाव बैद हार गए। इस बार राजेन्द्र राठौड़ ने तारानगर को छोड़ दिया और जयनारायण पूनिया को भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा। (वार्ता)