बांसवाड़ा में प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर
बांसवाड़ा , शनिवार, 23 नवंबर 2013 (23:17 IST)
बांसवाड़ा। राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी एवं प्रसिद्ध समाजवादी नेता बालेश्वर दयाल मामाजी की कर्मस्थली रहे आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले के चुनावी दंगल में जनता दल के सत्तारुढ़ कांग्रेस एवं भाजपा का चुनावी गणित बिगाड़ने की संभावना है। मामाजी के नाम से ख्याति प्राप्त करने वाले आदिवासी नेता बालेश्वर दयाल ने वागड़ अंचल में पिछड़े तबकों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था और उन्हीं के प्रभाव से जिले की तीन सीटों पर जनता दल का प्रभाव रहा है और कुशलगढ़ सीट पर तो पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की लहर के दौरान भी जनता दल विजयी रहा। कुशलगढ़ से जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष फतेहसिंह वर्ष 1990 से 2008 तक लगातार पांच बार विधायक बने तथा छठी बार विधानसभा में पहुंचने के लिए फिर से मैदान में है। राजस्थान की राजनीति में तीन बार मुख्यमंत्री बने कांग्रेस के कद्दावर नेता हरिदेव जोशी का परम्परागत गढ़ रही बांसवाड़ा विधानसभा सीट से अब तक नौ बार कांग्रेस का कब्जा रहा जिसमें छह बार जोशी ने यहां से विजयी हासिल की। वर्ष 2008 में नए परिसीमन में यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हो गई जिसके बाद पिछली बार यहां से कांग्रेस ने अर्जुन बामणिया को मैदान में उतारा जो विजय रहे। कांग्रेस ने एक बार फिर यहां से बामणिया पर भरोसा करते हुए उन्हें फिर चुनावी जंग में उतारा है। (वार्ता)