भाजपा को भ्रष्टाचार में महारत हासिल-राहुल गांधी
बांसवाड़ा (राजस्थान) , गुरुवार, 28 नवंबर 2013 (23:02 IST)
बांसवाड़ा (राजस्थान)। भाजपा के खिलाफ अपना अभियान तेज करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि एक बात ऐसी है जिसमें वह कांग्रेस से बेहतर है और वह है भ्रष्टाचार और विपक्षी दल को इसमें महारत हासिल है।उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने विकास सहित सभी क्षेत्रों में भाजपा से बेहतर काम किया है लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में वह विपक्षी दल से पिछड़ गई है।यहां एक चुनावी रैली में राहुल ने कहा, आज इस मंच से मैं एक बात स्वीकार कर सकता हूं। वे केवल एक काम हमसे बेहतर कर सकते हैं। वे भ्रष्टाचार में माहिर हैं और यह छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और अन्य भाजपा शासित राज्यों में साफ देखा जा सकता है। उन्हें भ्रष्टाचार में महारत हासिल है और इस मामले में वे हमसे बहुत आगे हैं। इस मामले में हम उनके आगे हथियार डालते हैं। उन्होंने गरीबों के अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठाने को लेकर भी भाजपा की आलोचना की और कहा कि विपक्षी दल ने गरीबों के लिए बनी विभिन्न योजनाओं की आलोचना करते हुए कहा है कि यह पैसों की बर्बादी है।आदिवासियों को कांग्रेस से जोड़ने के इरादे से राहुल ने दावा किया कि कांग्रेस ने हमेशा न केवल गरीबों बल्कि आदिवासियों और दलितों के लिए भी आवाज बुलंद की है। उन्होंने कहा कि चुनाव महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन लोगों को दोनों दलों और उनकी विचारधारा में अंतर को समझना होगा।राहुल ने कहा कि भाजपा अपने भाषणों में बड़े-बड़े दावे तो करती है लेकिन कभी भी गरीबों का हाथ थामती नहीं दिखाई पड़ती जबकि कांग्रेस विकास के साथ ही गरीबों और उनके कल्याण के बारे में सोचती है।उन्होंने कहा कि गरीबों के आगे गरीबी की जो दीवार खडी है उसे तोड़ना जरूरी है ताकि वे तेजी से विकास कर सकें और वादा किया कि कांग्रेस उन्हें विकास के पथ पर ले जाने के लिए इस दीवार को तोड़ डालेगी।राहुल गांधी ने कहा चुनाव महत्वपूर्ण है लेकिन यहां लडाई दो दलों के बीच नहीं है। यह लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है। बिजली, सड़क और ढांचागत सुविधाओं को आगे बढ़ने के लिए जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछली भाजपा सरकार के मुकाबले तीन गुना अधिक सड़कें बनाई हैं और पांच गुना अधिक बिजली पैदा की है।उन्होंने कहा कि इसके साथ ही उनकी पार्टी इससे भी आगे बढ़ी है ताकि गरीबों के आगे खड़ी गरीबी की दीवार को तोड़ दें। राहुल ने कहा, हम कहते हैं कि सड़कें बनाई जानी चाहिए और रेलवे लाइनें बिछाई जानी चाहिए। हम उससे आगे बढ़ रहे हैं। हम कहते हैं कि आदिवासी, दलित और गरीब केवल सड़कों और रेलवे लाइनों के बनने से लाभान्वित नहीं होंगे। उन्हें इससे अधिक की जरूरत है। यही वजह है कि हम रोजगार के लिए विभिन्न योजनाएं लाते हैं और खाद्य सुरक्षा तथा शिक्षा के अधिकार की बात करते हैं। अगर गरीबी की यह दीवार नहीं टूटी तो आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कांग्रेस ने गरीबों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने वाली योजना शुरू की, चाहे वे जहां के हों, जिस जाति के हों, उनका चाहे कोई भी धर्म हों। उन्होंने कहा, जब हमने यह किया, विपक्ष ने क्या कहा? उन्होंने कहा कि पैसा बर्बाद किया जा रहा है। राहुल ने श्रोताओं को भावनाओं के आवेश में लेने का प्रयास करते हुए कहा, जब आपकी जमीन छिन जाती है तो वे यह नहीं कहते कि गरीब की जमीन छिन गई। तब वे कहते हैं कि भूमि ले लेनी पड़ी है। जब मामला गरीब का होता है, वे चुप्पी साध जाते हैं। उनके भाषण सुनिए। वे बड़ी-बड़ी चीजों की बात करते हैं लेकिन गरीबों का हाथ थामने की बात आती है तो वे चुप रह जाते हैं। वे गरीबों के लिए एक शब्द भी नहीं कहते। कांग्रेस नेता ने भोजन के अधिकार का जिक्र करते हुए कहा कि इस देश को भूख के लिए कोई जगह नहीं है और इसलिए उनकी पार्टी ने कम दाम पर गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था की है और इसमें किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाता चाहे वे किसी भी धर्म या जाति का हो। राजस्थान की कांग्रेस सरकार की मुफ्त दवा उपलब्ध कराने की योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा जिसने इस दवाओं को 'जहर' बताया था।उन्होंने कहा कि बाजार में जो दवाएं हैं, वे महंगी हैं, यह सही है, लेकिन जिन दवाओं में वही तत्व हैं, जो महंगी दवाओं में हैं तो क्या वह जहर है। उन्हें नहीं समझ आता कि गरीबों को इन दवाओं की जरूरत है। इसकी वजह है उनकी सोच का अंतर। हमारी सोच है कि हम गरीबों को अपने पैरों पर खड़ा होने दें और गरीबी की दीवार टूट जाए।राहुल ने आदिवासी विधेयक की भी चर्चा की जिसके तहत भूमिहीन आदिवासियों को भूमि देने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा, हमारी नीतियां गरीबों के लिए हैं और उन लोगों के लिए हैं जिनके पास कोई अधिकार नहीं हैं। हम गरीबों की जो भी सहायता कर सकते हैं हम करेंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने युवाओं से अपील की कि वे आगे बढ़ें और राजनीति और कांग्रेस में शामिल हों। (भाषा)