कोटा। राजस्थान की सियासत में अपना अहम मुकाम रखने वाले हाड़ोती अंचल में इस बार भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गजों के चुनावी मैदान में उतरने से हाड़ोती अंचल की 17 सीटों पर मुकाबले संघर्ष मय होते जा रहे हैं। हाड़ोती में इस बार पांच से सात सीटों पर बागी और विद्रोहियों ने अपनी धाक जमा रखी है, जहां दोनों ही पार्टियों को सीधे तौर पर अपने विद्रोहियों से पार पाना कठिन लग रहा है।
पूरे दमखम के साथ खड़े बागियों के कारण भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे के गृह जिले झालावाड़ की चार सीटों में से दो सीटों पर पार्टी प्रत्याशी सांसत में नजर में आ रहे है। तो मौजूदा सरकार में तथा पार्टी में प्रभाव रखने वाले शांति धारीवाल को कोटा उतर की सीट पर गोपालगड़ कांड की गूंज ने बुरी तरह ऊलझा दिया है।
वहीं भाजपा की ओर से राजे की प्रतिष्ठा दांव पर होंने के साथ ही प्रचार प्रसार का जिम्मा भी हाथ में थामे हुए वसुंधरा राजे के लिए मनोहर थाना सीट तथा खानपुर सीट पर पूर्व विधायक जगन्नाथ वर्मा (निर्दलीय) और राजपा की ओर से लड़ रहे मौजूदा विधायक अनिल जैन भाजपा के लिए चुनौती बने हुए हैं!
राजस्थान कांग्रेस में अपना अहम मुकाम रखने वाले शांति धारीवाल कोटा जिले की कोटा उतर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का परम्परागत वोट बैंक माने जाने वाले अल्पसंख्यक मतदाताओं के तेवर इस बार बदले हुए हैं क्योंकि जहां गोपालगड कांड की चिंगारी इस विधानसभा सीट पर अपने गहरे मापदंड दिखा रही है, वहीं धारीवाल को जनसंपर्क करना भी भारी पड़ रहा है। जनता के आक्रोश में कांग्रेस की यह सीट टेढ़ी खीर बनती जा रही है।
बूंदी जिले की बूंदी सीट पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा जहां अपने पुराने प्रतिद्वंदी और मौजूदा विधायक अशोक डोगरा से कड़ा मुकाबला कर रही हैं तो केशोरायपाटन पर कांग्रेस के बागी विधायक घासीलाल ने पार्टी प्रत्याशी सीएल प्रेमी की राह में जबरदस्त कांटे बिंछा दिए हैं।
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जहां हाड़ोती में सबसे ज्यादा प्रचारित झालावाड़ की चार सीटों को त्रिकोणीय मुकाबले की दृष्टि से देखा जा रहा है वहीं भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री का गृह जिला होने को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। झालरापाटन से वसुंधरा राजे को छोड़कर पार्टी के शेष तीन प्रत्याशियों को कड़ी चुनोतियों का सामना करना पड़ रहा है।
डग-भवानीमंडी से भाजपा के राम चन्द्र सुनेरीवाल के सामने पार्टी की पूर्व विधायक स्नेहलता आर्य ने राजपा से ताल ठोक रखी है तो खानपुर से मौजूदा विधायक अनिल जैन अपना टिकट काटे जाने पर राजपा के बैनर तले पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र नागर के खिलाफ मैदान में उतर पड़े हैं,एसे ही हालात मनोहर थाना क्षेत्र में बने हुए हैं, यहां पार्टी ने पांच बार विधायक रहे जगन्नाथ वर्मा का टिकट काटकर कंवर लाल मीणा को भाजपा को मैदान में उतारा है तो जगन्नाथ वर्मा निर्दलीय मैदान में उतर गए।
बारा जिले में अंता सीट पर कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया की भाजपा के प्रभुलाल सैनी से सीधी टक्कर है बारा - अटरू पर पानाचंद मेघवाल और रामपाल मेघवाल में तथा छबड़ा छीपा बड़ोद पर प्रकाश चंद नागर की प्रताप सिंह सिंघवी से भिड़ंत है लेकिन यहां भी एक सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है किशनगंज-शाहाबाद से कांग्रेस ने इस बार मौजूदा विधायक निर्मला सहरिया की जगह उसकी मां चतरी बाई को टिकट दिया है उसके सामने भाजपा की ललित मीणा हैं।