जयपुर। राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी का एक और मामला गुरुवार को तब सामने आया जब खेलमंत्री अशोक चांदना ने सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय के आला अधिकारी के प्रति अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उन्हें मंत्री पद से मुक्त करने तक का आग्रह कर दिया।
चांदना ने गुरुवार रात मुख्यमंत्री गहलोत को संबोधित करते हुए ट्वीट किया, माननीय मुख्यमंत्री जी मेरा आपसे व्यक्तिगत अनुरोध है कि मुझे इस जलालत भरे मंत्री पद से मुक्त कर मेरे सभी विभागों का चार्ज (प्रभार) कुलदीप रांका जी को दे दिया जाए, क्योंकि वैसे भी वो ही सभी विभागों के मंत्री है।रांका मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव हैं। चांदना से इस बारे में संपर्क नहीं हो सका।
सूचना व जनसंपर्क राज्यमंत्री चांदना का यह ट्वीट उस समय सामने आया है जब पिछले हफ्ते ही सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री गहलोत को भेजा है। विधायक ने डूंगरपुर जिले में उनपर हंगामा करने का मुकदमा दर्ज होने के बाद यह कदम उठाया।
उल्लेखनीय है कि राज्य से राज्यसभा की चार सीटों के लिए अगले महीने चुनाव होने जा रहे हैं और इससे पहले कांग्रेस एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार दिन में भी ही कहा था कि कांग्रेस एक है और एकजुट है राज्यसभा की चार में से तीन सीटें जीतेगी।
वहीं मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने चांदना के ट्वीट को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने चांदना के ट्वीट को पुन: ट्वीट करते हुए लिखा, जहाज डूब रहा है… 2023 के रुझान आने शुरू।
पूनियां ने कहा कि यह अशोक गहलोत सरकार के शासन और पार्टी आलाकमान की कमजोरी का एक उदाहरण है। यह सरकार पर नौकरशाही के असर को भी दिखाता है।(भाषा)