श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षा बंधन के त्योहार पर बहनें अपने भाई को राखी बांधती है। यह त्योहार बहन और भाई के रिश्तों को मजबूत बनाता है। आओ जानते हैं कि कैसे राखी का त्योहार मनाएं।
1. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानआदि से निवृत्त होकर भगवान की पूजा करें। इसके बाद पर्व मनाने की तैयारी करें। घर को साफ-सुथरा करके अच्छे से सजाएं। इसके बाद रोली, अक्षत, कुमकुम एवं दीप जलकर थाल सजाकर रखें। इस थाल में रंग-बिरंगी राखियों को रखकर उसकी पूजा करें।
2. फिर भाई को बैठाने के लिए एक पाट लगाएं और अच्छासा मुहूर्त देखकर फिर बहनें भाइयों के माथे पर कुमकुम, रोली एवं अक्षत से तिलक लगाएं एवं भाई की दाईं कलाई पर रेशम की डोरी से बनी राखी बांधें और मिठाई खिलाएं। बहनें राखी बांधते समय भाई की लम्बी उम्र एवं सुख तथा उन्नति की कामना करती है।
3. 3 अगस्त 2020 राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 30 मिनट से शुरू हो जाएगा. दोपहर को 1 बजकर 35 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 35 मिनट तक बहुत ही शुभ समय है. इसके बाद शाम को 7 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 9.30 के बीच में भी अच्छा मुहूर्त बताया जा रहा है। भद्राकाल में राखी नहीं बांधते हैं।
शास्त्रों के अनुसार रक्षा राखी बांधे जाते समय निम्न मंत्र का जाप करें- "येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचल"
4. भाई राखी बंधाने के बाद अपनी बहन के पैर छुएं और फिर उसे उपहार और धन दें और उनके जीवन के हर संकट में उनके साथ खड़े रहने का वचन दें। भाई बड़ा है तो आशीर्वाद दें और बहन की रक्षा का वचन दें।
5. जिन लोगों की बहनें नहीं हैं या जिन बहनों के भाई नहीं है वे आज के दिन किसी को मुंहबोली बहन बनाकर राखी बंधवाएं या मुंहबोले भाई को राखी बांधें तो शुभ फल मिलता है।