Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

बाजार में छाए शेरा और शिन्चन

शुभंकर शेरा की है भारी डिमांड

हमें फॉलो करें बाजार में छाए शेरा और शिन्चन
, शुक्रवार, 20 अगस्त 2010 (12:36 IST)
FILE
राष्ट्रमंडल खेलों की चर्चा इन दिनों भले ही भ्रष्टाचार की वजह से ज्यादा हो रही है, लेकिन इन खेलों के शुभंकर शेरा का जलवा भाई-बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन के त्यौहार पर छाया हुआ है। अभी रक्षाबंधन में समय बचा है लेकिन बाजार तरह-तरह की राखियों से पट गए हैं।

राखी बनाने वालों ने इस बार राष्ट्रमंडल खेलों के शुभंकर शेरा वाली राखियाँ भी उतार दी हैं। इसके साथ ही तमाम कार्टून कैरेक्टर- बेन10, शिन्चन, पोकीमान, हीमैन और सुपरमैन के साथ हनुमान और गणेश की राखियाँ भी बच्चों को खूब लुभा रही हैं। इन फैंसी और लुभावनी राखियों के बीच सबसे ज्यादा माँग स्टोन वाली राखियों की है और इनकी बिक्री धड़ाधड़ हो रही है।

खास बात यह है कि इस बार बाजार में जो राखियाँ छाई हैं, उनमें से ज्यादातर में चीन के सामान का इस्तेमाल किया गया है। देश के प्रमुख थोक बाजार, सदर बाजार के कारोबारियों के अनुसार बाजार में बिकने वाली राखियों में से 70 से 80 प्रतिशत ऐसी हैं, जिनमें चीन के सामान का इस्तेमाल किया गया है।

webdunia
FILE
राखियों के प्रमुख कारोबारी का कहना है कि राखियाँ बनाई तो देश में ही जाती हैं, पर इनमें इस्तेमाल होने वाला सामान चीन का होता है। सबसे ज्यादा बिक्री स्टोन वाली राखियों की हो रही है। 11, 21 या 101 स्टोन वाली राखियों की डिमांड सबसे ज्यादा है। इन चमकदार राखियों का हर वर्ग में क्रेज दिखाई दे रहा है।

खास बात यह है कि इन राखियों में चीन से आयातित स्टोन का इस्तेमाल किया गया है। क्वॉलिटीनुसार थोक बाजार में स्टोन या डायमंड राखियों का दाम 5 रुपए से 100 रुपए तक है। हालाँकि, खुदरा बाजार में स्टोन वाली राखी का दाम 30 रुपए से शुरू होकर 200 रुपए तक है। आज ग्राहक राखियों में भी तरह-तरह के डिजाइन चाहता है। इसलिए राखी निर्माता हर बार कुछ नया उतारने की कोशिश करते हैं। राखी एक ऐसा उत्पाद है, जिसे आप किसी भी वस्तु से बना सकते हैं। यही वजह है कि इसमें हमेशा कुछ नया प्रयोग किया जाता है।

webdunia
ND
एक राखी विक्रेता ने बताया कि इस बार राष्ट्रमंडल खेलों के शुभंकर शेरा की राखियों की अच्छी माँग दिखाई दे रही है। थोक बाजार में शेरा वाली राखियों का दाम 7 से 12 रुपए तक है। इसके साथ ही तमाम कार्टून कैरेक्टरों और खिलौने वाली राखियों की भी अच्छी माँग है। बच्चों को ध्यान में रखकर उतारी गई इन राखियों की कीमत 10 रुपए से शुरू होती है। शिन्चन और बेन10 के कैरेक्टरों वाली राखियाँ बच्चे देखते ही पसंद कर लेते हैं। तमाम डिजाइनर राखियों के बीच स्टोन वाली राखियाँ सबसे ज्यादा बिक रही हैं। इसकी वजह यह है कि ये राखियाँ दिखने में काफी चमकदार और आकर्षक हैं।

बेशक चीन की राखियों का जलवा है, पर कोलकाता की रेशम या कलेवे के धागे वाली राखियों की माँग भी खूब है। आज भी बहुत से ग्राहक ऐसे हैं, जो कोलकाता की इन मशहूर राखियों को खरीदना ही पसंद करते हैं। थोक बाजार में इन राखियों का दाम 5 रुपए से 25-30 रुपए तक है। बहरहाल व्यापारियों के अनुसार, इस बार राखियों का कारोबार काफी अच्छा है और एक दिन के इस त्यौहार में वे अच्छा मुनाफा कमाने की उम्मीद कर रहे हैं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi