Shree Sundarkand

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

Ramadan Date 2024: शुरू हुआ रमजान का मुबारक महीना, जानें कब मनेगी ईद?

Advertiesment
हमें फॉलो करें Ramadan 2024 Date

WD Feature Desk

HIGHLIGHTS
 
• मंगलवार, 12 मार्च को माह-ए-रमजान का पहला रोजा।
• रजमान का महीना आज से शुरू। 
• कब मनाई जाएगी ईद-उल-फितर 2024। 

ALSO READ: Ramadan Date : 2024 में रमजान मास कब से है?
 
Ramadan 2024 : इस्लाम धर्म में 'रमजान' का महीना सबसे पवित्र माना जाता है। इस्लामी कैलेंडर के अनुसार यह इस्लाम धर्म का नौवां माह है। अत: रमजान में पूरे महीने तक रोजे रखे जाते हैं तथा ईद-उल-फित्र के साथ रमजान मास का समापन होता है। जो कि शव्वाल मास के पहली तारीख को मनाया जाता। 
 
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार वर्ष 2024 में दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में सोमवार की शाम इस्लाम के पवित्र महीने रमजान के चांद का दीदार हो गया तथा रमजान माह का पहला रोजा दिन मंगलवार, 12 मार्च को होगा। अत: देशभर की अलग-अलग मस्जिदों में चांद दिखने के साथ ही रमजान माह की विशेष नमाज़ ‘तारावाही’ की शुरुआत भी हो गई है।
 
मान्यतानुसार रमजान के पवित्र मास में ही पैगंबर मोहम्मद साहब को अल्लाह से कुरान की पहली आयतें मिली थीं। अत: चांद निकलने के बाद ही रमजान का पवित्र माह आरंभ होकर पवित्र रोजे शुरू हो गए हैं।

दिल्ली के चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद के अनुसार दिल्ली के अलावा हरियाणा के गुरुग्राम, राजस्थान के जयपुर, अलवर, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, बरेली, बिहार के पटना और कई अन्य शहरों में भी रमजान के महीने का चांद देखा जाने के कारण पहला रोजा मंगलवार को मनाया जाएगा तथा इस बार का रोजा करीबन 13 घंटे का होगा।

रमजान के दिनों में कुरान का पाठ करने का सिलसिला ईद का चांद दिखने तक जारी रहेगा और इस बार ईद-उल-फितर या ईद का त्योहार 10 या 11 अप्रैल को मनाए जाने की उम्मीद है। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Karadaiyan nombu: तमिल त्योहार कारादाइयन नौम्बू व्रत क्यों मनाया जाता है?