महाभारत में श्रीमद्भागवत गीता के अलावा अनु गीता, हंस गीता, पराशर गीता, बोध्य गीता, विचरव्नु गीता, हारीत गीता, काम गीता, पिंगला गीता, वृत्र गीता, शंपाक गीता, उद्धव गीता, मंकि गीता, व्याध गीता जैसी अनेक गीताएं हैं। इसके अलावा गुरु गीता, अष्ट्रवक गीता, गणेश गीता, अवधूत गीता, गर्भ गीता, परमहंस गीता, कर्म गीता, कपिल गीता, भिक्षु गीता, शंकर गीता, यम गीता, ऐल गीता, गोपीगीता, शिव गीता, विभीषण गीता और प्रणव गीता आदि गीताएं हैं। आओ जानते है विभीषण गीता के बारे में संक्षिप्त जानकारी।
1. विभीषण गीता गोस्वामी तुलसीदासकृत रामचरितमानस में वर्णित भगवान राम और विभीषण के बीच का संवाद है।
2. इस गीता का वर्णन गोस्वामी तुलसीदासकृत रामचरितमानस के युद्ध कांड में मिलता है।
3. भगवान राम और विभीषण के बीच यह संवाद रणभूमि के बीच में होता है।
4. यह गीता प्रेरणादायक है और जीवन के लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
5. विभीषण गीता हमें जीवन के रण और क्लेशों से गुजरने में सक्षम बनाती है।