श्रीनगर। किश्तवाड़ जिले में स्थित मचेल माता की धार्मिक यात्रा में शामिल होने वाले 14 श्रद्धालुओं की मंगलवार को एक हादसे में मौत हो गई। उनका वाहन चिनाब नदी में गिर गया। सोमवार को भी सात श्रद्धालुओं की उस समय मौत हो गई थी जब उनके वाहन पर पहाड़ का मलबा गिरा था।
गौरतलब है कि इस बार अमरनाथ यात्रा में अभी तक हुई 34 मौतों में से 12 से अधिक की मौत भी सड़क हादसों में हुई थी।
मचेल माता यात्रियों के साथ किश्तवाड़ जिला में 24 घंटे के बीच दूसरा बड़ा हादसा हो गया है। यह हादसा सोमवार को हुए हादसे से भी बढ़ा था। इस हादसे में अब 14 लोगों की मौत हो गई है। जबकि हादसे में एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई है। उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज जम्मू रेफर किया गया पर उसे बचाया नहीं जा सका।
सोमवार को किश्तवाड़ जा रहे दो वाहनों के मलबे की चपेट में आने से हुए दर्दनाक हादसे को लोग अभी भूले नहीं थे, कि 24 घंटों के भीतर किश्तवाड़ से करीब 20 किलोमीटर दूर किश्तवाड़-पाडर-गुलाबगढ़ मार्ग पर स्थित नस्सू गांव के पास मचौल में यात्रियों को लेकर किश्तवाड़ लौट रही वैन के चालक ने वाहन पर से अपना नियंत्रण खो दिया। जिसके चलते वैन सड़क से करीब 600 फीट नीचे गहरी खाई में गिरी।
डीसी किश्तवाड़ अंग्रेजसिंह ने राणा ने बताया कि दुर्घटना का शिकार हुई वैन में से 13 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि इस हादसे में एकमात्र जीवित बचने वाली पांच साल की बच्ची की भी बाद में मौत हो गई। मरने वाले लोग किश्तवाड़ और जिला डोडा से मचेल माता के दर्शनों के लिए गए थे। मचेल माता यात्रा 43 दिवसीय यात्रा होती है।