कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 5 और वर्तमान विधायक सोमवार को पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए, वहीं मालदा जिला परिषद का नियंत्रण भी तृणमूल कांग्रेस से छिनकर भाजपा के हाथ में चला गया।
चार बार की विधायक एवं दशकों से टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की करीबी सहयोगी रहीं सोनाली गुहा और सिंगूर आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा रहे 80 वर्षीय रवींद्रनाथ भट्टाचार्य भाजपा में शामिल हो गए क्योंकि उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था।
गत पांच मार्च को जारी टीएमसी उम्मीदवारों की सूची में नाम नहीं होने के बाद 5 बार के विधायक 85 वर्षीय जटू लाहिरी और पहली बार विधायक बने पूर्व फुटबॉलर दीपेंदु विश्वास ने भी पाला बदल लिया।
उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा शुभेंदु अधिकारी और मुकुल रॉय जैसे अन्य नेताओं की उपस्थिति में पार्टी के झंडे सौंपे गए। तृणमूल कांग्रेस के एक और विधायक शीतल सरदार भी बाद में भाजपा में शामिल हुए।
खराब स्वास्थ्य के कारण मालदा जिले की हबीबपुर सीट से टीएमसी उम्मीदवार से हटाई गईं सरला मुर्मू ने भी पाला बदल लिया। कुछ ही घंटे पहले खराब स्वास्थ्य के कारण उनकी सीट पर किसी अन्य को उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की गई थी। ऐसी अटकलें थीं कि वे भाजपा में शामिल हो सकती हैं क्योंकि उन्हें वह सीट नहीं मिली थी, जो वह चाहती थीं। पार्टी ने सुबह में उनकी जगह प्रदीप बासकी के नाम की घोषणा की थी।
हाल के महीनों में मंत्रियों सहित टीएमसी के कई विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं। भाजपा ने साथ ही 38 सदस्यीय मालदा जिला परिषद का भी नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया क्योंकि 22 सदस्यों ने पाला बदल लिया। इस बीच, बांग्ला अभिनेत्री तनुश्री चक्रवर्ती भी भाजपा में शामिल हुईं। राज्य में विधानसभा चुनाव 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच 8 चरणों में होंगे। मतों की गिनती 2 मई को होगी। (भाषा)