लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी से प्रदेश की जनता को सुरक्षित करने के लिए रात दिन करके एक कर टीम 11 के साथ काम कर रहे हैं। साथ ही साथ अन्य प्रदेशों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिक व मजदूरों को लेकर भी मुख्यमंत्री के बेहद चिंतित है।
जिस प्रकार से कुछ दिन पहले ही कोटा से उत्तर प्रदेश के छात्रों को बसों के द्वारा लाकर सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें उनके गृह जनपद में क्वारेंटाइन किया है तो अब अन्य प्रदेशों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों वह मजदूरों को भी उत्तर प्रदेश लाने की मुहिम तेज कर दी है।
हरियाणा के बाद अब मध्यप्रदेश में फंसे श्रमिक व मजदूरों को बसों के द्वारा सुरक्षित उत्तर प्रदेश लाया गया है और सुरक्षा की दृष्टि से सभी को स्वास्थ विभाग की देखरेख में क्वारेंटाइन कर दिया गया है। इसकी पुष्टि करते हुए प्रेस वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार को मध्य प्रदेश से 155 बसों द्वारा 5,259 लोगों को लाया गया।
इसके साथ ही 50 बसों द्वारा उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश के लोगों को भेजा जा रहा है जबकि शनिवार को राजस्थान और उत्तराखण्ड से प्रवासी श्रमिकों को लाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए पंजाब, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र, उड़ीसा एवं अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भी लिखा है।
उन्होंने कहा है कि बाहर से आ रहे श्रमिकों के कौशल का विवरण संकलित करते हुए सूची तैयार की जा रही है, जिससे इन श्रमिकों को उनकी कार्य दक्षता के अनुरूप रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकें।