पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में पहुंचे 7 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उनमें से छह बिहार के निवासी हैं। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक संक्रमितों की संख्या 14 बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के बाद कहा कि खानपान व्यवस्था में लगा एक कर्मी कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है और संकेत दिया कि राज्य बीमारी के प्रसार की रोकथाम के लिए पाबंदियां लगा सकता है। कुमार ने कहा कि जिस रफ्तार से मामले बढ़ रहे हैं, यह चिंता का विषय है।
मुख्यमंत्री सचिवालय में हर सोमवार को उनके 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' के लिए आने वाले सभी लोगों को अनिवार्य रूप से जांच करानी होती है। जांच की रिपोर्ट आने पर हड़कंप मच गया।
कुमार ने कहा कि मौजूदा दिशा-निर्देश 5 जनवरी तक लागू रहेंगे। लेकिन कल जब अधिकारी स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक करेंगे तो वे निश्चित रूप से अचानक वृद्धि को ध्यान में रखेंगे और उसके मुताबिक ही आदेश जारी करेंगे।
उन्होंने दोहराया कि वह अपने 'समाज सुधार अभियान' के तहत मंगलवार को गया का दौरा करेंगे और निर्धारित कार्यक्रमों के बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा।
पूछा गया कि क्या वह यह मानते हैं कि पड़ोसी उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में होने विधानसभा चुनावों को कोविड की वजह से टाल दिया जाना चाहिए, तो कुमार ने कहा कि यह संबंधित राज्य तय करें। अगर हम देखें तो, केरल में तब चुनाव हुए थे, जब वहां सबसे ज्यादा दैनिक मामले आ रहे थे। बिहार में जब चुनाव हुए थे तो भी हालात बहुत अच्छे नहीं थे।
केरल में अप्रैल 2021 में चुनाव हुए थे, जबकि बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2020 में चुनाव हुए थे। गोवा, पंजाब, मणिपुर और उत्तराखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में फरवरी मार्च में चुनाव कराए जाने हैं।