मुंबई। महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक तेल मिल में हुए हादसे के संबंध में मंगलवार चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं फैक्ट्री में एक टैंक से दो और शव बरामद होने के साथ ही हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई।
राज्य के श्रममंत्री संभाजी पाटिल निलांगकर ने सोमवार रात घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मिल को सील किया जाएगा और वह यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस घटना में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
लातूर पुलिस ने कहा कि घटना के संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें कीर्ति ऑयल मिल्स का मालिक र्कीति भूतड़ा भी शामिल है। कल, मिल में एक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस के कारण सात कामगारों की मौत हो गई थी। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कल देर रात टैंक से दो और शव बरामद हुए। उन्होंने बताया कि अंतिम शव मिलने के बाद दमकल विभाग ने कल देर रात तीन बजे अभियान खत्म कर दिया था।
लातूर एमआईडीसी (महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम) में कल एक फैक्ट्री के टैंक को साफ करने के दौरान कुछ कामगार बेहोश हो गए थे। अधिकारी ने बताया कि उन्हें देखने के लिए कुछ अन्य कामगार टैंक में उतरे लेकिन वे भी वापस नहीं आए। जहरीली गैस के कारण उनकी भी मौत हो गई।
दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिस एक कामगार को बेहोशी की हालत में निकाला गया था उसका इलाज लातूर के विवेकानंद अस्पताल में चल रहा है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मृतकों की पहचान दगड़ू पवार, बलीराम पवार, नरेंद्र टेकाले, आर डी शिंदे, मारूति गायकवाड़, रामभाउ येर्मे, आकाश भूते, परमेश्वर बिराजदार और अटकरे शिवाजी के रूप में हुई है।
निलांगकर और सहायक श्रम आयुक्त डीपी पाटिल ने घटनास्थल का दौरा किया जहां कल देर रात मृतकों के रिश्तेदारों ने उनका घेराव किया। निलांगकर लातूर के अभिभावक मंत्री भी हैं। उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि वह यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस घटना में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है या नहीं।
उन्होंने कहा कि मिल को सील किया जाएगा। मिल के निदेशक अशोक भूतड़ा ने कहा कि हादसे की वजह के बारे में जानकारी तफ्तीश के बाद ही दी जा सकती है। (भाषा)