नई दिल्ली। दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने सरकारी अस्पतालों में दवाओं की खरीद में घोटाले के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। ये आरोप दिल्ली सरकार के बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने लगाए थे।
भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के सूत्रों ने बताया कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। एसीबी, दिल्ली सरकार से दवाओं की खरीद से जुड़ी जानकारी मांग सकती है।
मिश्रा ने दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के कहने पर दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के दवाओं की खरीद के अधिकार को खत्म कर दिया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि जैन ने खुद यह स्वीकार किया है कि दवाओं की खरीद के लिए 300 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। दिल्ली सरकार तो कहती है कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए उसने सबसे ज्यादा बजट रखा है तो फिर ऐसे में दवाओं की कमी कैसे हो गई? यह एक घोटाला है। (भाषा)