छतरपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां दुष्कर्म के मामले में 10 साल की सजा सुनते ही आरोपी ने कोर्ट में ही धारदार हथियार से अपना गला रेत लिया। गला रेतने से घायल आरोपी को वहां पर मौजूद पुलिस और कोर्ट के स्टाफ ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
युवक की गर्दन से अधिक खून बह जाने के कारण उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। हालत अधिक गंभीर होने पर ड्यूटी डॉक्टर ने युवक को मेडिकल कॉलेज रेफर किया।
छतरपुर के सागर जिले में बीना का युवक एक कंपनी में नौकरी करता है। 3 साल पहले सोशल मीडिया के माध्यम से इस युवक की मुलाकात छतरपुर में पढ़ाई करने वाली एक युवती से हुई। कुछ दिनों तक बातचीत चलने पर दोनों में प्रेम प्रसंग शुरू हो गया।
युवक और युवती की एक-दो बार मुलाकात हुई। कुछ दिनों बाद दोनों में विवाद होने पर 2016 में युवती ने थाने में युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच की और आरोपी युवक को गिरफ्तार करते हुए मामला छतरपुर न्यायालय में पेश किया।
कुछ दिनों तक जेल में रहने के बाद आरोपी को जमानत मिल गई। तब से यह मामला छतरपुर न्यायालय में चल रहा था। ढाई साल तक मामला न्यायालय में चलने के बाद मंगलवार की शाम इस मामले में कोर्ट ने फैसला दिया।
इस मामले में फैसला देते हुए न्यायालय ने आरोपी को 10 साल की सजा के साथ 5 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। सजा सुनते ही कोर्ट के अंदर बने कठघरे में खड़े दुष्कर्म के आरोपी ने पहले से अपने साथ लिए धारदार चाकू से अपनी गर्दन पर तीन-चार बार प्रहार करते हुए खुद को गंभीर रूप से घायल कर लिया।
आरोपी द्वारा अपने ही ऊपर हमला करने की जानकारी लगते ही कोर्ट एवं परिसर में हड़कंप मच गया।आरोपी के परिजनों और न्यायालय पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टरों ने घायल का इलाज किया, पर उसकी हालत में सुधार न होने और लगातार हालत गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।