औरंगाबाद (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के औरंगाबाद से सांसद इम्तियाज जलील ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर रामनवमी से पहले शहर में हुई हिंसा की जांच बंबई उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि 29 और 30 मार्च की दरमियानी रात में औरंगाबाद के किरादपुरा इलाके में एक उग्र भीड़ ने पुलिस के 13 वाहनों में आग लगा दी थी।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता ने औरंगाबाद के जिलाधिकारी के मार्फत भेजे गए और मीडिया को शुक्रवार को जारी किए गए पत्र में कहा है कि पर्व से ठीक पहले हुई घटना का देश पर भयावह प्रभाव पड़ा।
जलील ने यह भी सवाल किया कि घटना की सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं उपलब्ध है, जबकि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क है।
पत्र में कहा गया है कि ऐसे कई अनुत्तरित प्रश्न हैं, जिसने ये संदेह पैदा किए हैं कि यह एक सुनियोजित झड़प थी और इसलिए प्रधानमंत्री को महाराष्ट्र सरकार को उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच कराने का निर्देश देना चाहिए।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)