एक बिजनेसमैन ने ट्रैवल एजेंसी पर उनके बेटे को ट्रेवल एजेंसी द्वारा हवाई अड्डे पर अकेले छोड़ने पर नोटिस जारी किया है। उन्होंने ट्रैवल एजेंसी पर हर्जाने के तौर पर उनके बेटे को 12 दिन की मुफ्त यात्रा की मांग भी की है।
एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक पीयूष ठक्कर एक विज्ञापन एजेंसी के मालिक हैं। उन्होंने ट्रेवल एजेंसी पर आरोप लगाया कि वे एंजियोप्लास्टी के लिए आए थे और उनके भाई के साथ उनका छ: साल का बेटा दक्षिण अफ्रीका के लिए जा रहे थे, तभी कुछ कागजों में गड़बड़ी के कारण उनके छ: साल के बेटे को हवाई अड्डे पर अकेला छोड़ दिया गया।
पीयूष ठक्कर का कहना है कि उनके भाई, पत्नी और उनके बेटे ने छुट्टियों में घूमने की योजना बनाई और हिना टूर्स और ट्रेवल नाम की एजेंसी से संपर्क किया। वे यात्रा के लिए निकले। मैं अस्पताल में एंजियोप्लास्टी करवा रहा था और मुझे तनाव नहीं लेने और पूर्ण आराम करने की सलाह दी गई थी, तभी मुझे पता चला कि मेरे बेटे को एयरपोर्ट पर कागजात में गड़बड़ी के कारण अकेला छोड़ दिया गया, क्योंकि वह बिना माता-पिता के यात्रा कर रहा था, दक्षिण अफ्रीका में बच्चों की यात्रा के नियम कुछ सख्त होते हैं।
ट्रेवल एजेंसी के एजेंट की गलती के कारण उनके बेटे को एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। एजेंट ने एफिडेबिट नहीं दिया था। इसलिए उन्होंने एजेंसी पर कानूनी दावा ठोंका है कि वे उनके बेटे को 12 दिन की मुफ्त यात्रा करवाएं। दूसरी तरफ ट्रैवल एजेंसी का कहना है कि पीयूष के आरोप निराधार हैं। एजेंसी सभी आवश्यक दस्तावेज उनके कार्यालय को सौंप दिए थे। पीयूष की मांगे अनुचित हैं और वे नोटिस का उचित जवाब देंगे।