डॉक्टरों ने एक महिला को गर्भवती बताया और कहा उसके बच्चा होने वाला है, लेकिन जब डिलीवरी का टाइम आया तो बच्चा मां के गर्भ से गायब था। ये हैरान कर देने वाली घटना हमारे ही देश की है। आपने अभी तक अस्पताल से बच्चे के चोरी होने जैसी घटनाओं को ही पढ़ा होगा पर क्या आप जानते हैं कि बच्चा अपनी मां के गर्भ से भी गायब हो सकता है।
यह असामान्य और आश्चर्यजनक घटना राजस्थान के अजमेर शहर में घटी है। यहां के अलवर गेट पर मोनू गहलौत का निवास स्थान है। एक दिन मोनू की पत्नी मंजू की तबीयत अचानक खराब हो गई थी, जिसके चलते मोनू अपनी पत्नी को जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल ले गया।
यहां पर मंजू को भर्ती कर लिया गया। मंजू की हालात उस समय गंभीर थी, जिसके चलते डॉक्टरों को उनका जिस तरह से इलाज करना था, वह सारा इलाज किया। लेकिन अस्पताल में कुछ समय बाद ही मंजू की मौत हो गई और डॉक्टरों ने मंजू को मृत घोषित कर दिया। मंजू गर्भवती स्त्री थी और घर के लोगों के दबाव में मंजू का पोस्टमार्टम कराया गया। जिसके बाद में एक चकित कर देने वाला खुलासा हुआ।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आई तो सभी लोग चकित थे क्योंकि उसमें मंजू के पेट में किसी प्रकार का कोई बच्चा था ही नहीं, जबकि मंजू के 'ममता कार्ड' में उसको गर्भवती बताया गया था और उसके कार्ड में प्रसव की संभावित दिनांक भी लिखा था। महिला के गर्भ में कोई बच्चा न होने की बात सुनकर घर वाले चकित हो गए।
डॉक्टरों के अनुसार महिला के गर्भ में कोई बच्चा नहीं था बल्कि महिला की बच्चेदानी में एक बड़ी गांठ थी और उसकी वजह से ही उसका पेट फूल गया था। जिसे देखकर डॉक्टरों ने उसे गर्भवती बताया था जबकि वह कैंसर से पीड़ित थी।