मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि यदि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन चाहते हैं तो कौन रोकेगा। उन्होंने कहा है कि गठबंधन पर जो भी बात करनी होगी, उसे पार्टी फोरम पर करेंगे।
सपा के रजत जयंती समारोह पर प्रशांत किशोर और तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की मुलाकात हुई थी। इन नेताओं की मुलाकात सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव से भी हुई थी।
अखिलेश ने इससे पहले कहा था कि उन्हें अपने विकास कार्यों भरोसा जताते हुए कहा कि जनता उन्हें दोबारा सत्ता में लेकर आएगी। लेकिन जिस तरह से रजत जयंती समारोह के दौरान पुराने जतना पार्टी के नेताओं ने बीजेपी को रोकने के लिए एक साथ आने की बात कही, उससे कहीं न कहीं अखिलेश भी दुविधा में पड़ गए हैं।
लेकिन समाजवादी पार्टी के सीनियर नेताओं को लगता है कि अगर बीजेपी को रोकना है तो गठबंधन करना जरुरी है। हालांकि अखिलेश ने यह भी कहा कि अगर सपा और कांग्रेस गठबंधन करना चाहती है तो कौन रोक लेगा। लेकिन नफा और नुकसान का आंकलन जरूरी है।
राज्य के मुखिया अखिलेश यादव और सपा मुखिया मुलायम सिंह की 45 मिनट तक मीटिंग मुलायम सिंह के आवास पर सम्पन हुई है, मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश अपने ही सरकार के परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से मिलने गायत्री प्रसाद के घर पहुंचे हैं।
गायत्री प्रसाद के घर जाने से पहले अखिलेश यादव ने कहा कि महागठबंधन के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है, राष्ट्रीय नेतृत्व गठबंधन की बात जनता है।