लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के प्रति कथित अमर्यादित टिप्पणी करने के आरोप में विपक्ष के निशाने पर आए अपने वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खान का बचाव करते हुए गुरुवार को कहा कि बसपा ने जमीनों पर कब्जा किया, उन पर स्मारक खड़े किए और जनता की गाढ़ी कमाई बरबाद की, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है।
अखिलेश ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बातचीत में खान द्वारा अम्बेडकर के प्रति की गई कथित टिप्पणी संबंधी सवाल पर कहा कि बसपा पर यही आरोप है कि उन्होंने बड़ी-बड़ी जमीनें कब्जा करके स्मारक बना दिए। क्या तब भी केवल सपा के नेता ही यह आरोप लगा रहे थे। जनता का पैसा बरबाद हुआ, उस पर लोग सवाल जरूर खड़े करते हैं।
उन्होंने कहा कि लखनऊ की एक ऐतिहासिक जेल, जिसमें काकोरी कांड के आरोपी क्रांतिकारियों को रखा गया था, बसपा ने उस इतिहास को खत्म करके उस पर स्मारक बनवा दिया। कांग्रेस के लोग बताएं कि क्या इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की जमीन पर कब्जा नहीं हुआ?
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भी बाबा साहब अम्बेडकर को मानते हैं। हम कहें कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने अम्बेडकरजी के नाम से गांवों का विकास शुरू किया। बसपा वाले कहते हैं कि उन्होंने इसकी शुरुआत की थी।
भाजपा के लोगों ने अपनी किताब 'वरशिपिंग ऑफ ऑल गॉड्स' में लिखा है जिसमें राज्यसभा में कथित तौर पर कही गई बात कोट की गई। अम्बेडकरजी ने सदन में कथित तौर पर कहा था कि अगर संविधान को जलाना हुआ तो मैं सबसे पहले जलाऊंगा। (भाषा)