लखनऊ। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में होने जा रहे कुंभ मेले को लेकर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद को शौच मुक्त (ओडीएफ) करने का फैसला लिया है और जिसको लेकर इस पर आने वाले खर्च को स्वीकृति दे दी है। इसके पीछे मुख्य वजह या मानी जा रही है कि कुंभ मेले के दौरान आने वाले तीर्थयात्री जब जाएं तो स्वच्छता का संदेश लेकर जाएं।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार, 2019 तक आयोजित होने वाले कुंभ मेले के लिए 'दिव्य कुंभ-भव्य कुंभ' के दृष्टिगत स्वच्छता से संबंधित वृहद कार्ययोजना के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। नमामि गंगे योजना के तहत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा स्वीकृत धनराशि 131.60 करोड़ रुपए को घटाते हुए राज्य सरकार ने 161.25 करोड़ रुपए की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति जारी करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है।
कार्ययोजना को समय से पूरा करने के लिए शौचालयों के किराए पर लिए जाने के लिए मंडलायुक्त, इलाहाबाद की अध्यक्षता में निविदा समिति का गठन किया गया है। कार्ययोजना में किसी भी प्रकार के परिवर्तन या संशोधन के लिए कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को अधिकृत किया है।
गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए फाइबर के कम्युनिटी टायलेट बनेंगे। प्रतिदिन इसकी सफाई होगी। उन्होंने कहा कि सरकार कुंभ मेले के दौरान स्वच्छता को लेकर अन्य योजनाएं भी बना रही है, जिसकी जानकारी जल्द ही दी जाएगी।