हैदराबाद। केन्द्रीय गृहमंत्री तथा भाजपा के शीर्ष नेता अमित शाह ने रविवार को कहा कि तेलंगाना के लोग सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के 'गठजोड़' से नाराज और आक्रोशित हैं। उन्होंने दावा किया कि हैदराबाद इस बार नगर निकाय चुनाव में भाजपा का महापौर चुनेगा। हम हैदराबाद को निजाम संस्कृति से मुक्त करना चाहते हैं।'
यहां पुराने शहर में भाग्यलक्ष्मी देवी मंदिर में दर्शन कर शाह ने कहा कि हैदराबाद के लोग सुशासन चाहते हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व तथा भाजपा पर विश्वास है।
शाह ने टीवी न्यूज चैनलों से कहा कि तेलंगाना की जनता ने जिस प्रकार लोकसभा चुनाव (2019 के संसदीय चुनाव) के दौरान मोदीजी का साथ दिया...मुझे लगता है कि बदलाव की शुरुआत हो चुकी है और हैदराबाद नगर निगम अगला पड़ाव है। वे ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन सिकंदराबाद में रोड शो कर रहे हैं।
शाह ने भरोसा जताया कि भाजपा उम्मीदवार शहर का महापौर बनेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि हैदराबाद बीते कई साल से बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई बारिश में हैदराबाद के बाढ़ में डूबने और जिस प्रकार एक पार्टी के आशीर्वाद पर अतिक्रमण फल-फूल रहा है...उससे यहां के लोग टीआरएस और औवेसी के गठजोड़ से नाराज और आक्रोशित हैं।
शाह ने कहा कि लोगों का हुजूम बता रहा है कि हैदराबाद में भाजपा का महापौर बनने वाला है। उन्होंने कहा कि 'हैदराबाद के लोगों को भाजपा को एक मौका देना चाहिये। हम हैदराबाद को निजाम संस्कृति से मुक्त करना चाहते हैं।'
शाह ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहां भी भाजपा जीती है वहां कभी सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए।
शाह ने अक्टूबर में भारी बारिश और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैदराबाद में राहत कार्यों के लिए कोई केंद्रीय मदद नहीं मिलने के टीआरएस नेताओं के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि केन्द्र ने हैदराबाद को अधिकतम मदद मुहैया कराई। जीएचएमसी चुनाव के लिए 1 दिसंबर को चुनाव होने हैं। 4 दिसंबर को मतगणना होगी। (भाषा)