भुवनेश्वर। ओडिशा के पुरी जिले में एक प्राचीन मंदिर के अवशेष नदी के किनारे बिखरे हुए मिले हैं। देखने पर यह 13वीं-14वीं शताब्दी या उससे भी पहले के प्रतीत होते हैं।
खबरों के मुताबिक, पुरातात्विक स्मारकों को सूचीबद्ध करने का काम करने वाले शोध समूह की एक टीम ने दावा किया कि उन्होंने ओडिशा के पुरी जिले में एक प्राचीन मंदिर के अवशेष की तलाश की है, जो संभवत: 13वीं-14वी शताब्दी का है।
टीम ने पुरी शहर से 31 किलोमीटर दूर बलंगा इलाके में भार्गवी नदी के मुहाने के समीप खंडहर का पता लगाया। टीम को प्राचीन मंदिर के अवशेष नदी के किनारे बिखरे हुए मिले हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान राम ने देवी सीता की प्यास बुझाने के लिए उनकी मोती की अंगूठी से नदी के बहाव की दिशा बदल दी थी। यह प्राचीन नदी साल के ज़्यादातर समय सूखी ही रहती है।(फाइल फोटो)