सोनभद्र। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सियाचिन में तैनात सेना के एक जवान ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इंसाफ मांगा है।
सियाचिन में तैनात जवान नायक राधारमण राय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उसने जिले के अनपरा थाना एवं रेनुसागर चौकी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस मेरे भाई और माता-पिता को प्रताड़ित कर फर्जी मुकदमों में फंसाने की कोशिश कर रही है।
इस मामले पर सोनभद्र के पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि सेना के एक जवान का वीडियो जानकारी में आया है, जिसमें उसने पुलिसकर्मियों द्वारा परिजन को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वायरल वीडियो में सेना का जवान कह रहा है कि उसने दो वर्ष पूर्व घर बनवाने की कोशिश की थी तब रेनुसागर चौकी प्रभारी ने 25 हजार रुपए की मांग की थी। उसने कहा कि उसके पिता ने पांच हजार रुपए एक सिपाही को दे दिए लेकिन पुलिसकर्मी फिर भी उसके परिजन को परेशान करते रहे और उसके घर में तीन बार बिना कारण रात में छापा मारा।
उसने दावा किया है कि उसके पिता जो कि रेनुसागर संयंत्र में कार्य के दौरान गिरकर घायल हो गए थे, उनको थाने में लाकर चार दिनों तक बंद रखा गया और उनको न तो खाना दिया और न ही दवा दी गई। पीड़ित जवान ने यूट्यूब पर वायरल वीडियो में आरोप लगाया कि उसकी मां कैंसर की मरीज़ है फिर भी वह थाने के चक्कर लगाती रहीं लेकिन थानाध्यक्ष ने उन्हें थाने से बाहर भगा दिया।
उसने कहा कि पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर उसके माता-पिता रेनुसागर का घर छोड़कर गांव चले गए। 28 अप्रैल को रेनुसागर स्थित उसके घर में चोरी हो गई लेकिन रेनुसागर पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने से मना कर देती है।
इस मामले में पांच मई तक एफआईआर नहीं लिखी गई तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस महानिदेशक से इस बात की शिकायत की तब प्राथमिकी लिखी गई लेकिन इसके बाद भी उक्त व्यक्ति पर कार्यवाही नहीं की गई बल्कि उसके माता-पिता और भाई को फंसाने की कोशिश की जा रही है।
वहीं पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि शिकायतकर्ता का पूर्व से ही अपने पड़ोसी से ज़मीन का विवाद रहा है तथा विभिन्न धाराओं में मुक़दमा भी दर्ज हुआ था। जवान के घर में हुई चोरी के मामले का खुलासा करने के लिए थानाध्यक्ष अनपरा के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है साथ ही ज़िला मुख्यालय से भी स्वाट टीम प्रभारी को चोरी का पता लगाने की ज़िम्मेदारी दी गई है।
एसपी ने कहा कि जहां तक पुलिस द्वारा उत्पीड़न किए जाने का मामला है इस संबंध में प्रार्थना पत्र मिला है जिसकी जांच क्षेत्राधिकारी पिपरी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।(भाषा)