अहमदाबाद। गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि वे भ्रष्टाचार और खेती जैसे विभिन्न मुद्दों पर जनता के साथ बातचीत करने के लिए हर सप्ताह राज्य का दौरा करेंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक ने दावा किया कि अगर लोग राज्य में एक ईमानदार पार्टी को सत्ता में लाते हैं, तो उन्हें मुफ्त बिजली उपलब्ध कराना संभव है। केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में दिखाया है कि वे अपने वादे पर कायम रहते हैं।
केजरीवाल ने बिजली के मुद्दे पर आयोजित एक बैठक के दौरान कहा कि गुजरात को भी सस्ती, मुफ्त और 24 घंटे बिजली मिल सकती है, लेकिन शर्त केवल एक है कि आपको राजनीति, सरकार बदलनी होगी और एक ईमानदार पार्टी सत्ता में लानी होगी। मैं रविवार को गुजरात की बिजली समस्या के समाधान के साथ वापस आऊंगा।
जब कुछ लोगों ने उन्हें प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों को उठाया तो आप नेता ने कहा कि वे उन पर अलग से चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि आज हमें बिजली पर चर्चा करनी चाहिए। हम अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। मैं हर सप्ताह गुजरात का दौरा करूंगा और भ्रष्टाचार, कृषि, एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के मुद्दों पर जन संवाद करूंगा।
केजरीवाल ने कहा कि अगर गुजरात के मंत्री हजारों यूनिट की खपत के बावजूद शून्य बिजली बिल का आनंद ले सकते हैं, तो आम जनता को क्यों नहीं? बैठक के दौरान एक किसान द्वारा उठाए गए एक मुद्दे का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर गुजरात में किसानों को रात में बिजली की आपूर्ति की जाती है, तो मंत्रियों को भी सचिवालय में कुछ समय के लिए रात में काम करने का अवसर दिया जाना चाहिए।
केजरीवाल ने किसी का नाम लिए बगैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर झूठ बोलने का आरोप लगाया कि गुजरात में बिजली कटौती नहीं होती है। उन्होंने कहा कि गुजरात के एक बहुत बड़े नेता ने कहा कि राज्य के लोग मुफ्त में कुछ नहीं चाहते। केजरीवाल ने कहा कि पहले आप मुफ्त बिजली त्याग दीजिए।
केजरीवाल ने कहा कि उन्हें (भाजपा) डर है कि अगर लोगों को मुफ्त बिजली मुहैया करा दी गई तो उनके पास लूटने के लिए कुछ नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि हम बिजली कंपनियों से पैसे नहीं मांगते हैं, हम उन्हें सुधारते हैं, हम जनता के हित में काम करते हैं। अन्य दल ऐसी कंपनियों से चुनाव के लिए चंदा मांगते हैं, लेकिन हम चंदा नहीं मांगते हैं। आप हमारा चंदा हैं।
दिल्ली के अनुभव को साझा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आते ही बिजली कंपनियों को चेतावनी दी गई कि वे बिजली की दर नहीं बढ़ाएं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बिजली कंपनियों से कहा कि अगर आपने पिछली सरकारों को पैसा दिया है तो हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है लेकिन हमारी सरकार ईमानदार है और हम आपसे एक पैसा भी नहीं मांगेंगे। आपको बिजली की दरें नहीं बढ़ानी होंगी। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में पिछले 7 साल से बिजली की दरों में वृद्धि नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि हम भ्रष्टाचार पर पैसा बचाकर जनता को सब्सिडी प्रदान करते हैं, यही कारण है कि वहां लोग मुफ्त बिजली का आनंद ले रहे हैं। जब हम दिल्ली में ऐसा करने में कामयाब रहे तो भाजपा और कांग्रेस ने कहा कि यह एक बड़े राज्य में नहीं किया जा सकता है, इसलिए हम पंजाब में जीते और कर दिखाया। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में 73 प्रतिशत लोगों का बिजली बिल शून्य आता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में यह योजना एक जुलाई से शुरू की गई है, यह 80 प्रतिशत तक होगा।