चंडीगढ़। हरियाणा सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद सिरसा से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
आईएएस अधिकारी वी उमाशंकर ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन ने डेरा के सिरसा में मौजूद खातों पर रोक लगाने तथा पहले की हिंसा से प्रभावित लोगों को इन खातों से मुआवजा देने का आदेश दिया है।
उमाशंकर ने कहा, ‘कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है और मैं आशा करता हूं कि शांति बनी रहेगी।’ उन्होंने कहा कि इलाके में स्थाई निवासियों को छोड़ दें तो डेरा के मुख्यालय में मौजूद समर्थकों की संख्या एक हजार से ज्यादा नहीं थी।
उमाशंकर ने कहा कि सिरसा के उपायुक्त ने अदालत के आदेश के अनुसार डेरा सच्चा सौदा के सिरसा में मौजूद खातों पर रोक लगाने तथा पहले की हिंसा से प्रभावित लोगों को इन खातों से मुआवजा देने का आदेश दिया है।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गुरुग्राम नगर निगम में आयुक्त के तौर पर कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें सिरसा प्रशासन के साथ सहयोग करने का जिम्मा सौंपा गया है।
डेरा मुख्यालय में हथियार होने की आशंका के बारे में उमाशंकर ने कहा कि कुछ हथियार डेरा के नाम पर और कुछ हथियार व्यक्तियों के नाम पर दर्ज थे।
उन्होंने कहा कि बीते 25 अगस्त को पंचकुला स्थित अदालत द्वारा राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के दिन से राज्य प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि हिंसक भीड़ सिरसा की तरफ नहीं बढ़े।
अधिकारी ने कहा कि ‘हम इसको लेकर चौकस थे कि अगर भीड़ शहर की तरफ बढ़ती है और हिंसा एवं आगजनी करती है तो इसे नियंत्रित करना मुश्किल होगा और इसी को ध्यान में रखते हुए हमने सुरक्षा बलों की तैनाती की।’
उन्होंने कहा कि हमारा दूसरा मकसद यह था कि अगर हिंसा भड़कती है तो उसे एक इलाके विशेष में नियंत्रित कर लिया जाए और फैलने से रोका जाए। उमाशंकर ने कहा कि प्रशासन का तीसरा मकसद अधिकतम संयम बरतने का भी था।
उन्होंने कहा कि पहले की हिंसा में छह लोग मारे गए थे और हिंसा भड़काने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि पुलिस, सेना और प्रशासन की संयुक्त कमान सिरसा में कर्फ्यू में ढील देने के बारे में फैसला करेगी।