तिरुवनंतपुरम। 3 साल की एक बच्ची की श्वसन नली में मछली का कांटा फंसने की वजह से उसे पिछले करीब 2 महीने से सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। यहां के एक सरकारी अस्पताल में उसकी सर्जरी की गई और कांटा निकाल दिया गया।
बच्ची आरुषि को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अस्पताल सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बच्ची के माता-पिता ने बताया कि पिछले 2 महीने से बच्ची को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। बच्ची को कोल्लम और राजधानी के कई अस्पतालों में ले जाया गया था लेकिन वहां उसे कोई राहत नहीं मिली।
इसके बाद बच्ची के माता-पिता उसे एसएटी अस्पताल ले गए, जहां एक्स-रे से पता चला कि बच्ची की सांस नली में कुछ अवरोध है। इसके बाद डॉक्टरों के एक दल ने बच्ची को बेहोश करके ब्रोंकोस्कोपी की और अवरोध की पहचान मछली के कांटे के रूप में की और सर्जरी की मदद से कांटा निकाल दिया जिसके बाद बच्ची को सांस लेने में आ रही दिक्कत दूर हो गई।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि मछली के बड़े कांटे से बच्ची की श्वसन नली का 50 फीसदी हिस्सा बंद हो गया था। बेहद सावधानी के साथ सर्जरी करके कांटे को हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि बच्ची खुद से खाना खा लेती थी और हो सकता है कि अनजाने में बच्ची ने मछली का कांटा निगल लिया हो। (भाषा)