बरेली। उत्तरप्रदेश में बरेली जिले के शीशगढ़ क्षेत्र में बड़े के हाथों छोटे भाई की हत्या करने के आरोप में उनकी मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक (देहात) डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि जिले के शीशगढ़ क्षेत्र में पिछले साल 23 दिसंबर को गांव के पास बाग में एक 14 वर्षीय किशोर का शव पड़ा मिला था। उसकी शिनाख्त जीखुराम के पुत्र विपिन के रूप में की गई थी। परिजनों ने हत्या का आरोप गांव के किराना दुकानदार रामौतार मौर्य पर लगाकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, हालांकि पुलिस को हत्या का शक परिवार पर ही था।
उन्होंने बताया कि दुकानदार रामौतार मौर्य के बेटे के साथ विपिन की दोस्ती थी। विपिन रामौतार के बेटे से धीरे-धीरे ढाई लाख रुपए ले चुका था। रामौतार को इस बात की भनक लगने पर पूछताछ की तो मामला सामने आया।
पुलिस ने विपिन के पिता जीसुखराम के दामाद खजुरिया निवासी राजेन्द्र से हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने अधिकारियों को बताया कि उसकी सास ने 22 दिसंबर की रात साले के गायब होने की सूचना दी। वह पत्नी कुसुम के साथ गांव गिरधरपुर पहुंचे तो कमरे में चारपाई के नीचे एक बंद पड़ी बोरी देखी। उसके बारे में सास गंगादेवी से पूछा। नहीं बताने पर उसे शक होने पर बोरी को खोलकर देखी तो उसमें विपिन का शव था।
पूछने पर गंगादेवी ने विपिन को मारने के कारण के बारे में बताया कि वह रामौतार के बेटे से ढाई लाख रुपए ले चुका था, विपिन ने सारे रुपए मां को खर्च के लिए दिए थे। रुपए वापस न देने पडे इसलिए विपिन की मां ने अपने बड़े बेटे मानसिंह से गला दबाकर उसकी हत्या करा दी। बाद में उसके शव को गांव के निकट बाग में फिंकवा दिया था।
घटना के खुलासे के बाद से परिवार वाले फरार हैं। शीशगढ़ के प्रभारी निरीक्षक रकम सिंह ने बताया कि गंगादेवी व उसके बेटे मानसिंह का वारंट जारी कर दिया गया है। विपिन की मां गंगादेवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस आरोपी मानसिंह की तलाश कर रही है। (वार्ता)