Bharat Bandh News : राजस्थान में अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) आरक्षण (SC-ST Reservation) को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विरोध दर्ज कराने के लिए बुधवार को भारत बंद बुलाया गया है। बंद को लेकर नेताओं और मंत्रियों के बयान भी सामने आ रहे हैं। राजस्थान के वरिष्ठ नेता किरोड़ीलाल मीणा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि भारत बंद (Bharat Bandh 2024) बेतुका है, बंद की कोई आवश्यकता नहीं है।
कद्दावर आदिवासी नेता : किरोड़ीलाल लाल मीणा भाजपा के कद्दावर आदिवासी नेता हैं, फिर भी वे भारत बंद के पक्ष में नहीं हैं। मीणा राजस्थान सरकार से इस्तीफा दे चुके मंत्री हैं। वे सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इससे पहले राज्यसभा सांसद थे। मीणा समाज पर इनकी अच्छी-खासी पकड़ है। बंद कराने वाले राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने ऑब्जर्वेशन दिया है, क्रीमीलेयर को लेकर जो फैसला दिया है, उसका सम्मान होना चाहिए। मैं उसका समर्थन करता हूं।
राजस्थान में कैसा रहा बंद का असर : राजस्थान में बुधवार को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध भारत बंद के तहत बंद शांतिपूर्ण एवं इसका मिला जुला असर रहा।
राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के जोधपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर सहित कई जिलों में बंद के तहत एसी-एसटी से संबंधित कई संगठनों ने रैलियां निकाली और इस दौरान इन स्थानों पर दुकानें बंद रही। रैली एवं प्रदर्शन के मद्देनजर व्यापारिक संगठनों ने भी सहयोग करते हुए अपनी दुकाने बंद रखी। बंद के मद्देनजर कई जिलों में कॉलेज एवं स्कूलें बंद रही और बंद के मद्देनजर लोग अपने घरों से बिना वजह कम ही निकले।
इस दौरान जयपुर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया। शहर में यह यह रैली रामनिवास बाग से शुरु होकर सांगानेर, बड़ी चौपड़, अजमेरी गेट होते हुए वापस रामनिवास बाग पर आकर समाप्त हो गई। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित के अनुसार जयपुर एवं जयपुर ग्रामीण में बंद शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया और इस दौरान शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रैलियां निकाली गई और उनका शांतिपूर्ण समापन हुआ। इसके बाद ज्ञापन देकर लोग अपने गंतव्य पर चले गए।
उन्होंने बताया कि बंद के दौरान कानून एवं शांति बनाये रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए और बंद शांतिपूर्ण रहा एवं कहीं से भी कोई अप्रिय खबर प्राप्त नहीं हुई।
इससे पहले सुबह से बंद को लेकर लोग सड़कों पर आने लगे और विभिन्न जगहों पर रैलियां निकाली गई और कुछ स्थानों पर दुकानें खुली दिखने पर उन्हें बंद भी कराया गया लेकिन इस दौरान एक-दो स्थानों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं भी कोई टकराव की स्थिति नहीं बनी। हालांकि रैली निकालने के दौरान रास्ते बंद करने से कुछ देर लोगों को परेशानी हुई।
इसी तरह भरतपुर में भी भारत बंद के तहत रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया। भरतपुर जिला कलक्टर मृदुल कच्छावा के अनुसार भरतपुर में बंद शांतिपूर्ण रहा और इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय खबर नहीं मिली हैं। इसी प्रकार प्रदेश के अन्य कई हिस्सों में बंद शांतिपूर्ण रहा और इसका मिलाजुला असर देखने को मिला। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का असर कम देखने को मिला।
पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने बताया कि प्रदेश में विभिन्न संगठनों के आह्वान पर बुधवार को भारत बंद के तहत राजस्थान में बंद शांतिपूर्ण रहा। प्रदेश में राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन की ओर से किए गए प्रयासों के कारण बंद शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। इस दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस-प्रशासन द्वारा आमजन के सहयोग तथा संगठनों के साथ समन्वय से गत दिनों में लगातार प्रयास किए गए।
पुलिस एवं प्रशासन के पुख्ता इंतजाम के कारण पूरे प्रदेश में एक-दो छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई। पुलिस-प्रशासन के साझा माकूल इंतजामों की वजह से बंद शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
साहू ने बताया कि पुलिस-प्रशासन द्वारा सभी संगठनों के लोगों को एक जगह बैठा कर आयोजन के संबंध में सहमति प्राप्त की। सुबह से सभी जिलों और सभी जगह पर पुलिस ने काफी अच्छी मेहनत कर इस बंद को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में अपना महत्ती योगदान दिया। उन्होंने बताया कि हालांकि दो-तीन जगह अलग-अलग छिटपुट घटनाएं हुई है लेकिन इन घटनाओं के संबंध में अभी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। इनपुट एजेंसियां