मेरठ में एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी की जनसभा स्थगित होने से पार्टी के कार्यकर्ताओं के हाथ निराशा ही लगी है। एआईएमआईएम के प्रदेश सचिव शौकत अली ने कहा कि मौजूदा सरकार उनके बैरिस्टर ओवैसी से डरती है जिसके चलते वह परमिशन नहीं दे रही है। प्रस्तावित जनसभा थी, हमसे कहा कि आप तैयारी करें। अचानक हमें बीती रात जगह चेंज करने के लिए कहा गया। जिला पंचायत ने नगर निगम से परमिशन की बात कहीं, नगर निगम ने जिला पंचायत पर टाल दिया। जनता चुनाव में इसका जवाब सत्तारूढ़ पार्टी को देगी।
दुर्भाग्य से एआईएमआईएम की हर जगह परमिशन में अटकलें लगाई जाती रही हैं और अंतिम क्षण में परमिशन दी जाती है। अब तक हम 35 जनसभाएं कर चुके हैं। सरकार हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ओवैसी से डरती है। ओवैसी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ खुलकर बोलते हैं। सपा सरकार की हुकूमत में भी 35 सभाओं की परमिशन पर रोक लगी थी और अब भाजपा की सरकार में जनसभा करने से रोक लगाई गई है, जबकि हमें बीजेपी की बी पार्टी कहा जाता है।
ओमप्रकाश राजभर को कौन जनता है? आप भी जानें तो बैरिस्टर साहब की वजह से जानते हैं। राजभर का एलायंस 19 साल से बीजेपी से है, राजभर पार्टी बनाकर बीजेपी के कंधे पर 4-5 सीटें लाते रहे हैं। रही बात धोखा देने की, अल्पसंख्यकों को तो 70 साल से ही धोखा मिल रहा है। अगर वे चले गए तो क्या बड़ी बात है। हमें बीजेपी की 'बी' पार्टी समझा जाता है, लेकिन जनता सब समझती है और वह चुनाव में इसका जवाब देगी।
मीडिया ने शौकत अली से पूछा कि पिछले कुछ दिनों से बहुजन समाजवादी पार्टी से एआईएमआईएम की नजदीकियां बढ़ी हैं? इस प्रश्न को वे गोल-मटोल करते नजर आए। हालांकि उनका कहना है कि जल्दी ही इस माह के अंत तक ओवैसी की रैली मेरठ में होगी।