लखनऊ। उत्तरप्रदेश के अयोध्या में 1992 के बाबरी विध्वंस मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता कल्याण सिंह सोमवार को यहां बयान दर्ज कराने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत के समक्ष उपस्थित हुए। उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (88) सीबीआई के विशेष जज के समक्ष बयान देने पहुंचे हैं। सीबीआई की विशेष अदालत अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 313 के तहत 32 अभियुक्तों का बयान दर्ज कर रही है।
इस मामले में अन्य कथित अभियुक्तों में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी भी शामिल हैं जिनका बयान अभी तक दर्ज नहीं हुआ है। इन दोनों नेताओं के वकीलों ने सीबीआई की विशेष अदालत से इनके बयान वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दर्ज करने के लिए कहा है। मामले के एक अन्य अभियुक्त रामचंद्र खत्री फिलहाल एक अन्य मामले में हरियाणा की सोनीपत जेल में हैं।
अदालत ने अपने कार्यालय को आदेश दिया कि एनआईसी को पत्र भेजा जाए कि इन अभियुक्तों के बयान वीडियो कॉन्फ्रेंस से दर्ज करने की व्यवस्था करे।
एक अन्य अभियुक्त ओमप्रकाश पांडेय के खिलाफ अदालत ने पूर्व में एनबीडब्ल्यू जारी कर रखा है। उसके अनुपालन में सीबीआई की ओर से रिपेार्ट दी गई कि उक्त अभियुक्त के भाई महेंद्र पांडे ने बताया कि ओमप्रकाश पांडेय काफी पहले साधु हो चुके हैं और अब वे घर नहीं आते हैं। हालांकि उन्होंने 1 हफ्ते में उनका पता करने की बात कही है, इस पर अदालत ने सीबीआई को महेंद्र पांडे के संपर्क में रहने का आदेश दिया था।
अयोध्या में बाबरी मस्जिद दिसंबर 1992 में कारसेवकों द्वारा ढहाई गई थी, उनका दावा था कि इस स्थान पर भगवान राम का मंदिर था। सीबीआई की विशेष अदालत, उच्च्तम न्यायालय के आदेश पर इस मामले की सुनवाई रोजाना कर रही है और 31 अगस्त तक इसे पूरा करना है। (भाषा)