चंडीगढ़। चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा भाजपा नेता सुभाष बराला के बेटे विकास को एक महिला का पीछा करने के मामले की जांच में शामिल होने के लिए आज सुबह 11 बजे तलब किया था लेकिन वह बहुत देर से थाने पहुंचा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
हालांकि विकास के समय पर थाने नहीं पहुंचने पर अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह जांच में शामिल होने के लिए नहीं आयेगा, लेकिन सुभाष बराला ने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा था कि वह जल्दी ही चंडीगढ़ पहुंचेगा।
पुलिस महानिदेशक तेजिन्दर सिंह लूथरा ने बताया कि कार से महिला का पीछा करने के मामले में दूसरा आरोपी आशीष कुमार भी जांच में शामिल होने के लिए थाने पहुंच गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने सुबह बताया था कि विकास बराला को सवेरे 11 बजे सेक्टर-26 पुलिस थाने में उपस्थित होना था लेकिन वह नहीं पहुंचा। लूथरा ने कहा था कि विकास (23) ने नोटिस लेने से इंकार कर दिया था तो पुलिस ने समन उनके मकान के बाहर चस्पा कर दिया।
आज सुबह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लूथरा ने कहा था कि शुक्रवार की रात हुई घटना की विभिन्न सीसीटीवी कैमरों में रिकार्ड हुई फुटेज देखने से पता चलता है कि आरोपी लड़की का पीछा कर रहा था। उन्होंने कहा कि आरोपी विधि स्नातक हैं और कानून भलीभांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद विकास और उसके मित्र आशीष कुमार (27) ने मेडिकल जांच के लिए खून और पेशाब का नमूना देने से इनकार कर दिया है। मुकदमा चलने के दौरान यह दोनों के खिलाफ जा सकता है। दोनों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत के बाद छोड़ दिया गया।
पुलिस महानिदेशक ने यह भी कहा कि उनके पास इस घटना के सिलसिले में पर्याप्त सीसीटीवी फुटेज है। इस मामले को लेकर सवालों के घेरे में चंडीगढ़ पुलिस का बचाव करते हुए लूथरा ने कहा कि 29 वर्षीय शिकायतकर्ता को न्याय दिलवाने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे।
विकास को आज जांच में सहयोग के लिए सेक्टर-26 के थाने में उपस्थित होना है। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। निर्धारित समय पर आज जब विकास थाने नहीं पहुंचा तो वहां एकत्र कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस राजनीतिक दबाव में झुक गयी है और विकास को बचा रही है। (भाषा)