नैनीताल। उत्तराखंड के रूद्रपुर से भाजपा के विधायक राजकुमार ठुकराल एक बार फिर विवादों में घिर गए। उन पर आरोप है कि रामलीला में रावण के पात्र के दौरान उन्होंने सीता मां के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस एवं अन्य राजनीतिक दलों का गुस्सा सातवें आसमान पर हैं। उन्होंने राम की सबसे बड़ी हिमायती भाजपा पर इस बहाने तंज कसे हैं और विधायक से माफी मांगने को कहा है।
रूद्रपुर में सोमवार रात को रामलीला के मंचन के दौरान विधायक ठुकराल रावण के पात्र का अभिनय कर रहे थे। मंच पर सीता एवं साधु के रूप में रावण का संवाद चल रहा था। सामने सैकड़ों की संख्या में जनता थी। आरोप है कि रावण रूपी विधायक ने इसी दौरान सीता को मेरी जान कहकर संबोधित किया। इससे जनता ठहाके लगाने लगी।
सुबह होते-होते रावण रूपी विधायक का संवाद एकदम वायरल होने लगा। हमेशा चर्चाओं में रहने वाले विधायक ठुकराल फिर विवादों में घिर गए।
कांग्रेस ने भी मौके को लपकते हुए कांग्रेस नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री तिलक राज बेहड़ ने इसे शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि यह अमर्यादित है। रावण ने मां सीता को कभी भी इन शब्दों से संबोधित नहीं किया है।
महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश तनेजा ने कहा कि भाजपा के विधायक ने सारी सीमाएं लांघ दी हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला का मंचन प्रभु राम के आदर्शों पर चलने के लिए किया जाता है। एक जनप्रतिनिधि को ऐसे मंच से मर्यादित भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
तनेजा ने कहा कि विधायक ठुकराल पहले भी महिलाओं के प्रति असम्मान को लेकर विवादों में रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा मर्यादा पुरूषोत्तम राम की सबसे बड़ी हिमायती बनती है लेकिन उसके विधायक मां सीता को अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर सभी सीमायें लांघ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक ने जनता की भावनाओं को ठेंस पहुंचाया है। विधायक को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
दूसरी ओर भाजपा विधायक ठुकराल ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि सीता मेरी मां है। मैं हिन्दू हूं और प्रतिदिन मर्यादा पुरूषोत्तम राम, मां सीता और हनुमान जी की पूजा करता हूं। रावण का पात्र खलनायक का पात्र है और ये शब्द विधायक ने नहीं खलनायक रूपी रावण ने कहे हैं। उन्होंने कहा कि वे पिछले 25 सालों से रावण के पात्र का अभिनय करते आ रहे हैं।