अगरतला। भाजपा निकट भविष्य में पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में विधानसभा के चुनाव लड़ने जा रही है। भाजपा ने पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों – नगालैंड, मेघालय और त्रिपुरा- में चुनावी तैयारी शुरू कर दी है और इस सिलसिले कुछ समय पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रमुख अमित शाह ने इन राज्यों का दौरा भी किया था।
वे लगातार इन तीन राज्यों का दौरा कर रहे हैं और इन्हीं दौरों में से एक में अमित शाह से एक बहुत बड़ी भूल कर दी। वे त्रिपुरा के प्रसिद्ध त्रिपुर सुंदरी मंदिर की सीढ़ियों पर जूते पहनकर चलते देखे गए जबकि मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले लोग मंदिर की सीढि़यों से पहले ही जूते उतार लेते हैं।
विदित हो कि त्रिपुर सुंदरी मंदिर अगरतला से 50 किलोमीटर दूर उदयपुर में है। यह हिंदुओं के 51 शक्तिपीठों में गिना जाता है और लोगों में देवी के लिए बड़ी श्रद्धा है। आश्चर्यजनक बात यह थी कि जब शाह मंदिर की सीढ़ियों पर जूते पहनकर चल रहे थे, तब उनके सुरक्षा दस्ते के जवान नंगे पैर उनके साथ चल रहे थे।
इसका सीधा सा मतलब है कि मंदिर की परंपराओं के अनुसार वहां जूते पहनने की मनाही है। मंदिर की सीढ़ियों पर शाह के जूते पहनी तस्वीर अब वायरल हो रही है, लेकिन त्रिपुरा में इस पर विवाद आठ जनवरी से चल रहा है जिस दिन शाह अगरतला गए थे। सीपीएम के स्थानीय नेताओं ने इसे माता त्रिपुर सुंदरी का अपमान बताया था।
अगले ही दिन टेलिग्राफ समाचार पत्र ने इसकी खबर दी। जब अखबार ने त्रिपुरा भाजपा से इस आरोप पर जवाब मांगा, तो भाजपा के प्रवक्ता मृणाल कांति देब ने कहा कि शाह जैसे धार्मिक हिंदू को मार्क्सवादी नास्तिकों से धर्म पर सीख लेने की जरूरत नहीं है। विदित हो कि शाह धर्म से जैन हैं।