कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर जनपद में कल्याणपुर थाना के अंतर्गत देर रात अपहरण के मामले में जमानत पर रिहा युवक की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दीं। वारदात को अंजाम देकर बदमाश भाग निकले। घटना की जानकारी मिलते ही सर्किल की फोर्स, पुलिस अधीक्षक सहित फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और छानबीन करते हुए हत्यारों की तलाश में जुट गई।
मिली जानकारी के अनुसार कल्याणपुर के अशोक नगर खलवा इलाके में रहने वाला अजय वर्मा अपराधिक किस्म का था। हालांकि की उसकी बम्बा रोड में टेंट हाउस की दुकान भी थी। अजय अपहरण के मामले में जमानत पर छूट कर आया था।
गुरुवार की देर रात वह होली के त्योहार में क्षेत्र में घूम रहा था और टेंट दुकान में लाइट का काम करने वाला साथी राजू से मिलने के लिए उसके इलाके के कला मोहल्ले स्थित घर जा रहा था, तभी हरदेव बाबा वाली गली में कुछ लोगों ने उसे घेर लिया और फायरिंग शुरू कर दी। जान बचाने को वह भागकर राजू के घर पहुंचा और गेट बंद कर लिया, लेकिन बदमाशों ने गेट पर चढ़कर एक के बाद एक कई गोलियां मार दीं और पूरी तरह से लहुलूहान होने पर मौके से हाथों में असलहे लहराते हुए भाग निकले।
करीब आठ गोलियों की आवाज व युवक की हत्या की खबर फैलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही कल्याणपुर इंस्पेक्टर समीर कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक राजेश पांडेय सर्किल फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। संवेदनशील इलाके व होलिका दहन के दौरान हुई निर्मम हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक क्राइम राजेश कुमार, पुलिस अधीक्षक पश्चिम डॉ. गौरव ग्रोवर फारेंसिक टीम के साथ पहुंचे और जांच पड़ताल में जुट गए।
राजू की पत्नी ने पुलिस को बताया कि दौड़कर मृतक उसके घर घुसा और जान बचाने के लिए आवाज लगाते हुए दरवाजा बंद कर लिया, लेकिन हमलावर कई थे और गेट के ऊपर चढ़कर गोलियों से भून दिया। दहशत में वह अंदर वाले कमरे को बंद कर लिया और जानकारी पति व पुलिस को दी। पुलिस अधीक्षक पश्चिम ने बताया कि हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है।
हालांकि परिजन ने एक शातिर अपराधी पर आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर व पूर्व की पृष्टभूमि को देखते हुए कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में पांच गोली लगने से युवक की मौत होने की बात सामने आ रही है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर इसकी पुष्टि हो सकेगी।
एसपी के मुताबिक मृतक अपहरण के एक मामले में जेल से जमानत पर रिहा हुआ था और उसके दो अन्य भाइयों पर भी कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। घटना का खुलासा करने को पांच पुलिस की टीमें लगाई गई हैं।