Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

खुला बिहार के कलेक्टर की खुदकुशी का राज! दो टुकड़ों में कट गया था शरीर...

हमें फॉलो करें खुला बिहार के कलेक्टर की खुदकुशी का राज! दो टुकड़ों में कट गया था शरीर...
, शुक्रवार, 11 अगस्त 2017 (14:26 IST)
बिहार के बक्सर के जिलाधीश (डीएम) मुकेश पांडेय की मौत का राज सामने आ गया है। आईएएस मुकेश पांडे ने गुरुवार को गाजियाबाद में रेलवे ट्रैक पर ट्रेन ने सामने आकर खुदकुशी कर ली। पुलिस जांच में सामने आया है कि आत्महत्या करने के पहले मुकेश ने अपने दोस्त और परिवार को सूचना भी दे दी थी। 
 
पुलिस को मुकेश पांडेय की बॉडी गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से एक किमी दूर रेलवे ट्रैक पर मिली। ट्रेन उनके ऊपर से गुजर गई थी जिससे शरीर दो भाग में कट गया था। 
 
क्या है पूरा मामला : 2012 बैच के आईएएस अफसर मुकेश ने दिल्ली के लीला पैलेस होटल के रूम नंबर 742 में गुरुवार की दोपहर ही चेक इन किया था। शाम 4.30 बजे वह होटल से बाहर निकले और खुदकुशी करने के इरादे से जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट के लिए ओला कैब किया। कैब से ही वह गाजियाबाद गए और इस दौरान उसने अपने दोस्त और परिवार को खुदकुशी करने के इरादे की जानकारी दी। यह भी बताया कि उसने लीला पैलेस के रूम नंबर 742 में सुसाइड नोट भी रखा है। 
 
मुकेश के पत्र में लिखा था कि मैं पश्चिम दिल्ली के जनकपुरी एरिया के डिस्ट्रिक्ट सेंटर में खुदकुशी करने जा रहा हूं। मैं बिल्डिंग की 10वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी करूंगा। मैं अपनी जिंदगी से परेशान हो गया हूं, मानवता से मेरा विश्वास उठ गया है। होटल लीला के रूम नंबर 742 में नाइकी के बैग में मैंने सुसाइड नोट रखा है। मुझे माफ कर देना। मैं तुम सब से प्यार करता हूं। कृपया मुझे भूल जाना।
 
पश्चिम दिल्ली के डीसीपी विजय कुमार के अनुसार, मुकेश के दोस्तों और बैचमेट्स ने उसके खुदकुशी के बारे में करीब 6.30 बजे ही पुलिस को सूचना दे दी थी जिसके बाद पुलिस टीम पहुंची, लेकिन वहां मुकेश नहीं मिला। जब टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो मुकेश वेस्टइन मॉल से शाम 5.55 बजे निकलते हुए दिखा। 
 
इसके बाद मुकेश को आखिरी बार मेट्रो स्टेशन जाते हुए देखा गया। सीसीटीवी फुटेज में वह मेट्रो स्टेशन की तरफ जाते हुए दिख रहा है। फिर रात करीब 9 शव गाजियाबाद में रेलवे ट्रैक पर मिला। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

वर्णिका कुंडू विवाद : सिर मुंडाते ही ओले पड़े...