जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद के बीच चलने वाली साप्ताहिक बस कारवां-ए-अमन सोमवार सुबह यहां से रवाना हुई। यह साप्ताहिक बस यहां से 8 लोगों के साथ नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सेना की अंतिम चौकी कमान से रवाना हुई।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बस व्यापार सुविधा केंद्र (टीएफसी), इस्लामाबाद, उड़ी से पीओके की ओर जाएगी। उन्होंने कहा कि 4 महिलाओं सहित 8 यात्री, जो पाकिस्तान से आए थे, सोमवार सुबह श्रीनगर बस अड्डे से बस में सवार हुए, हालांकि बस में यात्रियों की सही संख्या नियंत्रण रेखा के पास होने पर पता चल सकेगी।
वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए पिछले साल कश्मीर में अशांति के बावजूद और पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के उल्लंघन के कारण नियंत्रण रेखा में तनाव और सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद इस बस सेवा को जारी रखा गया।
आतंकवादी संगठनों द्वारा विरोध किए जाने के बावजूद 7 अप्रैल 2005 को नियंत्रण रेखा के पार से बस सेवा शुरू हुई। आतंकवादी संगठनों द्वारा विरोध किए जाने के बावजूद दोनों देशों में सहमति बनने के बाद 1947 में विभाजन के कारण हजारों परिवार और उनके रिश्तेदार भारत और पाकिस्तान में ही रह गए थे। भारत और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट के बजाय यात्रा परमिट पर सहमति के बाद यह यात्रा और भी आसान हो गई है। (वार्ता)