Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

उत्तराखंड में कांग्रेस विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज, जानिए क्‍या है मामला...

हमें फॉलो करें उत्तराखंड में कांग्रेस विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज, जानिए क्‍या है मामला...
देहरादून , सोमवार, 18 सितम्बर 2023 (19:09 IST)
Case filed against Congress MLA : उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट के विरुद्ध वहां एक स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के आवास पर हंगामा करने तथा उन्हें अपशब्द कहने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के दौरान विधायक के साथ उनके कुछ साथी भी थे। निदेशक ने घटना के मददेनजर दहशत में आने और अपने तथा अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग भी पुलिस से की है। 
 
द्वाराहाट के पुलिस क्षेत्राधिकारी तिलकराज वर्मा ने सोमवार को बताया कि विधायक के खिलाफ भारतीय दंड विधान की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि द्वाराहाट इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक केके एस मेर ने रविवार को पुलिस में शिकायत की थी जिसके आधार पर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
 
उन्होंने बताया कि शिकायत में निदेशक ने विधायक पर शनिवार रात उनके घर में उनकी पत्नी तथा उनकी पुत्री की मौजूदगी में बातचीत के दौरान अपशब्दों का इस्तेमाल करने तथा हंगामा करने का आरोप लगाया है। शिकायत में कहा गया है कि इस दौरान विधायक के साथ उनके कुछ साथी भी थे।
 
निदेशक ने घटना के मददेनजर दहशत में आने और अपने तथा अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग भी पुलिस से की है। मेर ने अपनी तहरीर में यह भी कहा है कि विधायक ने जब उनसे पहली बार फोन पर निविदाओं के बारे में बातचीत की थी तो वह शराब के नशे में थे।
 
इस संबंध में विधायक की ओर से भी पुलिस को एक शिकायत दी गई है, जिसमें कहा गया है कि इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक ने उनके द्वारा की गई विभिन्न टेलीफोन कॉल का कोई जबाव नहीं देकर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। हालांकि वर्मा ने बताया कि मेर के खिलाफ कोई प्राथमिकी अभी दर्ज नहीं हुई है।
 
विधायक ने रविवार को द्वाराहाट में कहा था कि अगर मेर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह कॉलेज के गेट के बाहर आमरण अनशन करेंगे। बिष्ट ने कहा कि वह जनप्रतिनिधियों से दुव्यर्वहार करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी लाएंगे।
 
उन्होंने कहा कि उन्हें इंजीनियरिंग कॉलेज में काम करने वाले ‘मेस’ कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों तथा दैनिक वेतनभोगियों के बारे में कुछ जानकारी चाहिए थी, लेकिन निदेशक ने उनकी बार-बार की गई कॉल की अनदेखी की।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

नेहरू का दृष्टिकोण समावेशी था, विपक्ष को भी साथ लेकर चलते थे : मल्लिकार्जुन खरगे