कोट्टायम (केरल)। केरल में एक कैथोलिक पादरी ने राज्य में हिन्दू धर्म के संख्यात्मक रूप से मजबूत एझावा समुदाय के युवाओं को निशाना बनाने वाले अपने हालिया बयान को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामे के बाद रविवार को समुदाय से माफी मांगी।
सीरो मालाबार चर्च के उपदेशकों के लिए एक ऑनलाइन कक्षा लेने के दौरान फादर रॉय कन्ननचिरा ने आरोप लगाया था कि एझावा युवकों ने हाल ही में कोट्टायम के पास सीरो-मालाबार चर्च के अंतर्गत आने वाले एक धार्मिक इलाके से 9 लड़कियों को फुसलाया।
कक्षा में शामिल किसी व्यक्ति ने कथित तौर पर उनका बयान रिकॉर्ड कर लिया और मीडिया में लीक कर दिया। हालांकि एझावा समुदाय के संगठन एसएनडीपी योगम ने उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन राज्य में सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं द्वारा इसकी व्यापक रूप से निंदा की गई।
कन्ननचिरा ने बिना शर्त माफी मांगते हुए कहा कि मैंने महसूस किया है कि मेरी टिप्पणी से एझावा समुदाय के मेरे भाइयों को दर्द हुआ है। पादरी ने कहा कि उन्होंने यह टिप्पणी तब की जब वह उन उदाहरणों के बारे में बात कर रहे थे जिसमें अन्य समुदायों के पुरुष कैथोलिक समुदाय की युवतियों से माता-पिता की अनुमति के बिना शादी करते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में कई पादरियों को शिकायतें मिल रही थीं। विवाद को समाप्त करने का आग्रह करते हुए कन्ननचिरा ने कहा कि उनके शब्द राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बाधित करने का कारण नहीं बनना चाहिए।(भाषा)