हैदराबाद। नोटबंदी पर मोदी सरकार को उस समय बड़ा झटका लगा जब उसका पुरजोर समर्थन कर रहे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सुर बदलते हुए केंद्र सरकार के इस कदम पर चिंता जताई है।
नायडू ने कहा है कि वह इस बात से परेशान है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए फैसले के बाद पैदा हुई नकदी की किल्लत खत्म होती नहीं दिख रही।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोग जरूरत की चीजें खरीदने हेतु नई करंसी के लिए जूझ रहे हैं मगर बैंकों और एटीएम के खाली रहने से ऐसा नहीं कर पा रहे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से पैदा हुई मुश्किलें निपटाने के लिए मैं रोज दो घंटे देता हूं। मैं रोज अपना सिर खपा रहा हूं मगर इस समस्या का कोई हल नहीं मिल रहा।
विजयवाड़ा में टीडीपी के विधायकों और सांसदों से बातचीत में उन्होंने सोमवार को कहा, 'नोटबंदी हमारी मर्जी नहीं थी, फिर भी वह कदम उठाया गया। नोटबंदी के 40 दिन बाद भी, हमारे पूरे प्रयासों के बावजूद, अभी भी कई सारी समस्याएं हैं और कोई हल नजर नहीं आ रहा।'
उल्लेखनीय है कि नायडू ने पीएम मोदी के ऐलान के बाद, इस कदम का क्रेडिट लेते हुए कहा था कि वह लगातार प्रधानमंत्री से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए उच्च मूल्य की करंसी बंद करने की वकालत कर रहे थे। हाल ही में उन्हें मुख्यमंत्रियों की एक कमेटी का प्रमुख भी बनाया गया था जिसका काम कैशलेस इकॉनमी का रोडमैप तैयार करना है। उन्होंने ट्वीट करके भी कहा था कि नोटबंदी 'टीडीपी की नैतिक जीत' है।