चेन्नई। तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण हालात भयावह बने हुए हैं। गुरुवार को भी लगातार बारिश हो रही है। चेन्नई समेत कई जिलों की सड़कों पर भारी बारिश के कारण जलजमाव है। मौसम विभाग (IMD) की चेन्नई इकाई के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ने बारिश को लेकर जानकारी शेयर की है।
चेन्नई में भारी बारिश और तेज़ आंधी के कारण कई पेड़ उखड़ गए। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी ठप पड़ गई है। करीब 65 हजार घरों में बिलजी की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में चेन्नई के पास निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के बीच आज शाम को चेन्नई से होकर गुजरेगा। इसके कारण तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
राज्य के 6 जिलों के लिए अत्यधिक बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है। गुरुवार को सामने आई तस्वीरों में चेन्नई के कई इलाकों में जलजमाव देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही कुछ जगहों पर पेड़ भी टूटे हैं। बारिश का पानी लोगों के घरों में भी घुसा है।
45 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं : मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव आज शाम उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के बीच के तट को पार करेगा और शहर में 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलेंगी।
मौसम विज्ञान उप महानिदेशक एस बालचंद्रन ने बताया कि चेन्नई, कांचीपुरम और विल्पुरम सहित उत्तरी तमिलनाडु के जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है, जबकि शहर और इसके उपनगरों में पूरी रात तेज बारिश हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक बुलेटिन में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 21 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम / उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और बृहस्पतिवार को सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, चेन्नई से लगभग 170 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और पुडुचेरी से 170 किमी पूर्व में केंद्रित था। आज शाम तक इसके पश्चिम / उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और चेन्नई के आसपास उत्तर तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की बहुत संभावना है।
बालचंद्रन ने पत्रकारों से कहा कि इसके परिणामस्वरूप चेन्नई में 40-45 किमी की रफ्तार से 'मजबूत सतही हवाएं' चलेंगी। उन्होंने कहा कि लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
नवीनतम आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि तांबरम (चेंगलपेट डीटी) में 232.9 मिमी, उसके बाद चोलावरम (220 मिमी) और एन्नोर में 205 मिमी बारिश हुई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
मौसम विभाग ने बताया कि कम दबाव के क्षेत्र के 11 नवंबर की शाम को तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के तट से गुजरने की संभावना है। इस मौसम रूझान की वजह से अगले 3 से 4 दिनों तक तमिलनाडु के बड़े क्षेत्र में बारिश होने की उम्मीद की जा रही है।
12 नवंबर को नीलगिरि की पहाड़ियों, कोयंबटूर, सेलम, तिरुपत्तूर और वेल्लोर में बारिश होने का अनुमान है। चेन्नई में भारी बारिश के बाद केके नगर इलाके में ESI अस्पताल के अंदर पानी भर गया। पुडुचेरी में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव हो गया।
क्यों हो रही है बारिश : चेन्नई का मानसून खासतौर पर नॉर्थ ईस्ट के मानसून पर निर्भर करता है। शहर में अक्टूबर से दिसंबर के बीच इस मानसून के चलते खासतौर पर बारिश होती है। मध्य अक्टूबर से शुरू होने वाली पूर्वी हवा आमतौर पर 10 से 20 अक्टूबर के बीच शुरू होती है।
इसे नॉर्थ ईस्ट मानसून कहा जाता है, जो कि तमिलनाडु का प्राथमिक मानसून भी होता है। इस मानसून के चलते तमिलनाडु में पर्याप्त बारिश होती है। हालांकि तमिलनाडु के अलावा देश के अन्य राज्य दक्षिण पश्चिम मानसून पर निर्भर होते हैं, जिसकी शुरुआत मई, जून और जुलाई से होती है।