चेन्नई। तमिलनाडु में सातवीं कक्षा की बधिर छात्रा के साथ सात माह तक 22 लोगों की सनसनीखेज घटना सामने आने के बाद पुलिस ने 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जब इन आरोपियों को चेन्नई की महिला कोर्ट में पेश किया तो वकीलों ने सभी 18 आरोपियों की बुरी तरह ठुकाई कर दी। एएनआई ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वकील आरोपियों की पिटाई कर रहे हैं।
इस ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं भी दी हैं। एक ने कहा कि कई बार मॉब लिंचिंग अच्छी होती है। अर्थात ज्यादातर लोगों ने आरोपियों की पिटाई का समर्थन किया है।
दूसरी ओर चेन्नई हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन कृष्णन ने घोषणा की कि कोई भी वकील मासूम का यौन शोषण करने वाले आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा।
उल्लेखनीय है कि 22 लोग 11 साल की मासूम का सात महीने तक शोषण करते रहे। जब बालिका ने अपनी बहन को इस बारे में बताया तब इस बात का खुलासा हुआ और परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई। चार आरोपी तो अभी भी पुलिस की गिरफ्त बाहर। आरोपियों में अधिकतर ज्यादा उम्र के हैं। (वीडियो-फोटो ट्विटर)