लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में हैट्रिक लेकर विश्व पटल में छा जाने वाले कुलदीप यादव के घर की गली अभी 'स्वच्छता अभियान' से कोसों दूर है, जिसके चलते क्षेत्रीय लोगों में रोष व्याप्त है।
लोगों का कहना है कि जब अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी की गली को अधिकारी ध्यान नहीं दे पा रहें हैं तो कल्पना की जा सकती है कि प्रधानमंत्री के इस महत्वपूर्ण अभियान पर किस कदर गंभीर होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन वर्ष पहले स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी। जिसके बाद से लगातार यह अभियान आगे बढ़ता जा रहा है।
अभी हाल में 15 सितंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कानपुर के ईश्वरीगंज से 'स्वच्छता ही सेवा अभियान' का आगाज भी किया है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अभी भी इस अभियान को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसके चलते चकेरी थाना क्षेत्र के चन्द्रनगर में रहने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी कुलदीप यादव की गली आज भी इस अभियान से दूर है और चाइनामैन गेंदबाज की गली का आलम यह है कि पूरी गली में गंदगी का अंबार लगा हुआ है गली भी टूटी-फूटी पड़ी हुई है, जिससे स्थानीय लोगों में जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति रोष व्याप्त है।
मोहल्ले के रामकिशन का कहना है कि पीएम का स्वच्छता अभियान देश के लिए बहुत बेहतर है, पर जिम्मेदार अधिकारियों में खौफ भी होना चाहिए। खौफ न होने के चलते यह अभियान फीका पड़ रहा है। अरुण सिंह ने कहा कि कई बार नगर निगम में गंदगी को लेकर शिकायत की गई पर सफाई नहीं हो रही है।
यह बात अलग है कि जिस दिन कुलदीप ने हैट्रिक लगाई थी तो उस दिन आनन-फानन में मीडिया से बचने के लिए सफाई कर दी गई। सफाई को लेकर कुलदीप के पिता रामसिंह भी खासे नाराज दिखे। कहा, सड़क से घर आने वाला रास्ता कच्चा और टूटा हुआ है। थोड़ी सी बरसात में पानी भर जाता है, जिससे गली में गंदगी फैली रहती है।
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि पूरे महानगर में स्वच्छता अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। जोनवार अधिकारी फील्ड पर बराबर जा रहे हैं और उन्हें प्रतिदिन फोटो सहित जानकारी देने के लिए बोला गया है। अगर कुलदीप की गली गंदी है तो मैं जोनल अधिकारी से बात कर जल्द ही सफाई के लिए बोलता हूं। इसके साथ ही दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।