जोरहाट (असम)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में हुई नौका दुर्घटना मामले में पुलिस को बृहस्पतिवार को आपराधिक मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। इस दुर्घटना में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 2 लोग लापता हैं।
सरमा ने एकल इंजन वाली सभी नौकाओं के माजुली तक चलने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है और घोषणा की कि जोरहाट और माजुली के बीच प्रस्तावित पुल का निर्माण नवंबर 2021 से शुरू हो जाएगा तथा इसे चार साल के अंदर पूरा किया जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआती जांच में दुर्घटना का प्रमुख कारण कुप्रबंधन बताया गया है। यह दुर्घटना बुधवार शाम को हुई थी। उन्होंने कहा, मैंने जोरहाट पुलिस को दुर्घटना के संबंध में आपराधिक मामला दर्ज करने को कहा है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए हम आज शाम तक उच्चस्तरीय जांच की घोषणा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एकल इंजन वाली दस निजी मशीनीकृत नौकाएं हैं, जो जोरहाट के निमती घाट से ब्रह्मपुत्र के दक्षिणी तट में सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली के बीच चलती हैं। उन्होंने कहा, आज से एकल इंजन वाली सभी नौकाओं के संचालन पर रोक लगाई जाती है। ये इंजन समुद्री इंजन नहीं है। अगर कोई नौका मालिक इसे समुद्री इंजन में रूपांतरित करना चाहता है तो हम उसकी सहायता करेंगे।
उन्होंने बताया कि समुद्री इंजन की कीमत करीब दस लाख रुपए है, जो आवेदन मिलने पर निजी नौकाओं के मालिकों को सरकार तत्काल मुहैया कराएगी। सरमा ने कहा, कुल कीमत की 75 प्रतिशत सब्सिडी होगी और 25 प्रतिशत ऋण के तौर पर दिया जाएगा। वे माजुली के उपायुक्त कार्यालय में आज से ही आवेदन देना शुरू कर सकते हैं।
जोरहाट और माजुली के बीच काफी समय से लंबित पुल के बारे में बात करते हुए सरमा ने कहा कि यह एक ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) अनुबंध था और संरचना का नक्शा केंद्र सरकार को सौंपा गया है। उन्होंने कहा, आज सुबह मैंने केंद्र से बात की, जो पुल का निर्माण करेगा। एक बार नक्शे को मंजूरी मिलने के बाद नवंबर से निर्माण शुरू हो जाएगा। उसके बाद, इसे पूरा होने में चार साल लगेंगे। इसकी प्रगति की निगरानी के लिए एक मंत्रिस्तरीय समूह का गठन किया जाएगा।
माजुली को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फरवरी 2016 में ब्रह्मपुत्र नदी के दक्षिण तट पर जोरहाट को नदी द्वीप के जरिए उत्तरी तट पर लखीमपुर से जोड़ने वाले एक पुल की नींव रखी थी। उसी पुल के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल फरवरी में विधानसभा चुनाव से पहले 925 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले आठ किलोमीटर लंबे जोरहाट-माजुली पुल की आधारशिला रखी थी।
सरमा ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त नौका पर 90 लोग सवार थे, जिनमें से एक की मौत हो गई और दो अब भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि 87 लोगों को बचा लिया गया है।(भाषा)